अमेरिका में बैंकिंग संकट का प्रभाव आईटी दिग्गज टीसीएस के चौथी तिमाही के कमजोर वित्तीय प्रदर्शन में स्पष्ट तौर पर दिखा। कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में कमजोर राजस्व वृद्धि दर्ज की और वह वित्त वर्ष में 25 प्रतिशत के एबिटा मार्जिन का लक्ष्य पूरा करने में विफल रही, क्योंकि कुछ कंपनियों (खासकर उत्तर अमेरिकी क्षेत्र में) ने परियोजनाएं रोकने पर जोर दिया।
तिमाही आधार पर, कंपनी का राजस्व महज 0.6 प्रतिशत तक बढ़ा, जो 11 तिमाहियों में सबसे धीमी वृद्धि में से एक थी।
प्रबंधन ने अल्पावधि के दौरान बैंकिंग, वित्तीय सेवा एवं बीमा सेगमेंट (बीएफएसआई) में अनिश्चितताओं को लेकर चिंता जताई है और कहा है कि उत्तर अमेरिका में सुधार अनुमान के अनुरूप नहीं है। उत्तर अमेरिकी क्षेत्र का कंपनी के राजस्व में 50 प्रतिशत से ज्यादा योगदान रहा है।
कंपनी का शेयर गुरुवार को दिन के कारोबार में करीब 2 प्रतिशत गिर गया था लेकिन अंत में 1.53 फीसदी की गिरावट के साथ 3,192 रुपये पर बंद हुआ।
कई ब्रोकरों ने भविष्य में कंपनी के लिए कमजोर परिदृश्य का अनुमान जताया है। उनका कहना है कि हालांकि 1 करोड़ डॉलर के सौदे मिलने और दीर्घावधि मांग परिदृश्य से संकेत मिलता है कि कंपनी की ढांचागत हालत मजबूत बनी हुई है।
आइए, जानते हैं कि कंपनी के शेयर पर ब्रोकरों की राय:
सीएलएसए रेटिंग: आउटपरफॉर्म कीमत लक्ष्य: 3,500 रुपये
कंपनी प्रबंधन का मानना है कि परियोजना रद्द होने की प्रक्रिया डिस्क्रेशनरी एवं छोटे आकार की परियोजनाओं तक सीमित है और बड़े सौदों पर ग्राहकों की निर्णय लेने की क्षमता ताजा वैश्विक बैंकिंग संकट से प्रभावित नहीं हुई है। सौदा प्रवाह मजबूत है। जहां अल्पावधि अनिश्चितताएं शेयर पर दबाव डाल सकती हैं, वहीं हमें टीसीएस की ढांचागत क्षमता और 4 प्रतिशत लाभांश प्रतिफल से मदद मिलने की संभावना है।
जेफरीज रेटिंग: बनाए रखें कीमत लक्ष्य: 3,375 रुपये
यूरोप और उत्तर अमेरिका में कई वर्टिकलों के ग्राहकों में सतर्कता बढ़ रही है, बुक-टु-बिल रेशियो घट रहा है, कर्मियों को जोड़ने की रफ्तार पांच साल के निचले स्तर पर है और वित्त वर्ष 2024 में वृद्धि को लेकर अनुमान कमजोर दिख रहे हैं। हमने अपने वित्त वर्ष 2024-25 के अनुमानों में 2-5 प्रतिशत तक की कटौती की है। जहां टीसीएस कमजोर मांग परिवेश के लिहाज से बेहतर हालत में है, लेकिन उसके महंगे मूल्यांकन ने तेजी की गुंजाइश सीमित कर दी है।
नोमुरा रेटिंग: घटाएं कीमत लक्ष्य: 2,830 रुपये
बढ़ते वृहद आर्थिक उतार-चढ़ाव से अमेरिका में सुधार की रफ्तार में लगातार विलंब हो रहा है, जबकि महाद्वीपीय यूरोप में हालात सुधर रहे हैं। हमने कंपनी के राजस्व और मार्जिन के लिहाज से अपने वित्त वर्ष 2024-25 के अनुमानों में 1-2 प्रतिशत तक की मामूली कटौती की है।
एमके ग्लोबल रेटिंग: बने रहें कीमत लक्ष्य: 3,300 रुपये
प्रबंधन बढ़ती अनिश्चितताओं को ध्यान में रखकर अल्पावधि परिदृश्य पर नजर लगाए हुए है, हालांकि उसने चिंताएं थमने के बाद तेज राजस्व वृद्धि में अपना भरोसा फिर से दोहराया है। हमने वित्त वर्ष 2025 के लिए अपने आय अनुमानों में 1.5 प्रतिशत तक की कटौती की है।
आईडीबीआई कैपिटल रेटिंग: बने रहें कीमत लक्ष्य: 3,409 रुपये
भविष्य में, भले ही ऑर्डर प्रवाह मध्यावधि सौदों के साथ मजबूत दिख रहा हो, लेकिन हमारा मानना है कि अल्पावधि चुनौतियां और डिस्क्रेशनरी यानी कम जरूरी खर्च में कमी से राजस्व वृद्धि की रफ्तार नरम पड़ेगी। इसके अलावा, कमजोर राजस्व वृद्धि से मार्जिन की रफ्तार सीमित होगी। वित्त वर्ष 2025 में मार्जिन अब महज 100 आधार अंक तक बढ़कर 25 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जबकि पहले इसमें 200 आधार अंक वृद्धि की उम्मीद की गई थी। यही वजह है कि हमने वित्त वर्ष 2025 के लिए अपने राजस्व और ईपीएस अनुमानों में 2 और 6 प्रतिशत तक की कटौती की है।