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टीसीएस के उभरते बाजारों का योगदान 2 अरब डॉलर

Last Updated- December 05, 2022 | 4:31 PM IST

भारत की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी)सेवा प्रदाता टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के इमरजिंग मार्केट्स स्ट्रेटेजिक बिजनेस यूनिट (एसबीयू) का उद्देश्य 2011-2012 तक 2 अरब डॉलर का राजस्व अर्जित करने का है।


 एसबीयू का गठन इस वर्ष के शुरू में किया गया था और पूर्वी यूरोप, मध्य-पूर्व, दक्षिण अफ्रीका और लैटिन अमेरिका जैसे क्षेत्रों में इसकी मौजूदगी है। टीसीएस तुर्की में अपना संचालन 1 अप्रैल, 2008 तक शुरू कर देगी।


कार्यकारी उपाध्यक्ष गैब्रियल टी. रोजमैन की अगुवाई में एसबीयू रूस, तुर्की, हंगरी, पोलैंड, ब्राजील, मैक्सिको और दक्षिण अफ्रीका जैसे उभरते बाजारों पर ध्यान केंद्रित करेगी।


कंपनी ने इन क्षेत्रों के लिए रणनीतिक विकास केंद्रों की भी योजना बनाई है। मिस्र और रूस ऐसे दो संभावित देश हैं जहां कंपनी अपने विकास केंद्र स्थापित करने पर विचार कर रही है।


रोजमैन के अनुसार, ”हमने अगले तीन वर्षों में प्रमुख क्षेत्रों में ऐसे केंद्रों की स्थापना पर लगभग 5-6 करोड़ डॉलर (लगभग 240 करोड़ रुपये) खर्च करने की योजना बनाई है।”


टीसीएस ने अपने लैटिन अमेरिकी संचालन पर पांच वर्षों की अवधि में लगभग लगभग 240 करोड़ रुपये खर्च किए।


वहीं इन केंद्रों पर ध्यान केंद्रित किए जाने से इसके पूर्व ग्राहकों को मदद मिलेगी।


 नियर-शोर और ऑफ-शोर क्षमताओं के अलावा ग्राहकों की स्थानीय बाजार की जरूरतें भी पूरी होंगी। इक्वाडोर का ही उदाहरण ले लीजिए। इक्वाडोर कंपनी के राजस्व में 3 करोड़ डॉलर का योगदान देता है।

First Published - March 11, 2008 | 6:04 PM IST

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