प्रमुख विमानन कंपनी एयर इंडिया और एयरएशिया इंडिया ब्रांड के तहत उड़ान भरने वाली उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एआईएक्स कनेक्ट नौ घरेलू मार्गों पर उड़ानों में तालमेल बिठाने की कोशिश कर रही है।
सूत्रों ने कहा कि एयर इंडिया इसके जरिये आंतरिक प्रतिस्पर्धा से बचना चाहती है। उन्होंने कहा कि उड़ानों में तालमेल बिठाने संबंधी इस योजना के तहत एयर इंडिया पांच मार्गों से पूरी तरह बाहर हो सकती है जबकि अन्य चार मार्गों पर एयरएशिया इंडिया अपनी उड़ान सेवाएं बंद कर सकती है।
एक सूत्र ने कहा, ‘यदि एयर इंडिया किसी मार्ग पर अपनी सेवाएं बंद करती है तो एयरएशिया इंडिया उस मार्ग पर अपनी उड़ानों की संख्या बढ़ाएगी। इसी प्रकार यदि एयरएशिया इंडिया किसी मार्ग पर अपनी सेवाएं सीमित अथवा बंद करती है तो एयर इंडिया उसकी भरपाई करेगी। इसलिए उस मार्ग पर उड़ानों की संख्या में कोई खास बदलाव नहीं होगा।’
पिछले साल 27 जनवरी को टाटा समूह ने सरकार से एयर इंडिया का नियंत्रण हासिल किया था। उसके नौ महीने बाद एयर इंडिया ने मलेशिया की विमानन कंपनी एयरएशिया ग्रुप से 155.64 करोड़ रुपये के एक सौदे के तहत शेष 16.67 फीसदी हिस्सेदारी खरीदकर सस्ती विमानन सेवा एयरएशिया इंडिया का पूरा नियंत्रण हासिल कर लिया था।
सूत्रों ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा कि उड़ानों के परिचालन में तालमेल बिठाने के लिए तैयार की गई योजना के तहत एयर इंडिया तीन शहरों- भुवनेश्वर, बागडोगरा और सूरत- के लिए अपनी उड़ान सेवा बंद करेगी।
विमानन विश्लेषण फर्म सिरियम के अनुसार, इन शहरों से देश के तीन महानगरों को जोड़ने वाले पांच मार्गों पर एयर इंडिया फिलहाल हर हफ्ते 74 उड़ानों का संचालन करती है।
सूत्रों ने बताया कि एयर इंडिया जब इन पांच मार्गों, दिल्ली-भुवनेश्वर, मुंबई-भुवनेश्वर, दिल्ली-बागडोगरा, कोलकाता-बागडोगरा और दिल्ली-सूरत रूट पर अपनी सेवाएं बंद करेगी तो एयर एशिया इंडिया अपनी सेवाएं बढ़ागी।
भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर एयरएशिया
इंडिया की मौजूदगी पहले से ही काफी दमदार है। दिल्ली, मुंबई, बेंगलूरु, कोलकाता और पुणे से भुवनेश्वर को जोड़ने वाले मार्गों पर एयरएशिया इंडिया प्रति सप्ताह 154 उड़ानों का संचालन पहले ही कर रही है।
बागडोगरा हवाई अड्डे पर भी एयर एशिया इंडिया की मौजूदगी दमदार है। फिलहाल वह दिल्ली, कोलकाता और बेंगलूरु से बागडोगरा को जोड़ने वाले मार्गों पर प्रति सप्ताह 70 उड़ानों का संचालन करती है। सूरत से एयरएशिया इंडिया की फिलहाल कोई उड़ान नहीं है।
उड़ानों में तालमेल बिठाने की योजना के तहत एयरएशिया इंडिया चार मार्गों, दिल्ली-बेंगलूरु, मुंबई-बेंगलूरु, दिल्ली-विशाखापत्तनम और मुंबई-लखनऊ, पर अपनी उड़ान सेवाएं पूरी तरह बंद करेगी। सिरियम के अनुसार, इन चार मार्गों पर एयरएशिया इंडिया फिलहाल हर हफ्ते करीब 126 उड़ानों का संचालन करती है।
सूत्रों ने बताया कि इन चार मार्गों पर प्रीमियम ग्राहकों की अच्छी खासी तादाद है। ऐसे में एयर इंडिया जैसी फुल-सर्विस विमानन सेवा अपने बिजनेस क्लास आदि श्रेणी के जरिये अधिक राजस्व जुटा सकती है।
उन्होंने कहा कि एयरएशिया इंडिया को भी इस तालमेल से महानगर से महानगर के बीच उन मार्गों से निकलने का अवसर मिलेगा जहां उसे तगड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है।