देश की अग्रणी इस्पात निर्माता कंपनी टाटा स्टील का 31 दिसंबर 2007 को समाप्त हुई तिमाही में शुद्ध लाभ 1,416 करोड रुपये रहा।
पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में इसमें 34.21 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है जिसमें कोरस का लाभ भी शामिल है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में टाटा स्टील का शेयर 6.42 प्रतिशत की गिरावट के साथ बुधवार को 766.45 रुपये पर रहा जो बाजार की अपेक्षाओं से काफी कम है।
वैसे, बाजार विश्लेषको को संभावना है कि कीमतों में वृद्धि के कारण आगामी तिमाहियों में यह कंपनी बेहतर प्रदर्शन कर सकती है।
इस तिमाही के लिए टाटा स्टील यूके के टर्न ओवर को छोड़ कर इसका टर्नओवर 23,867 करोड़ रुपये रहा।
तिमाही के दौरान इसके टर्नओवर में 2,157 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की गई। यह वृद्धि टाटा के भारतीय संचालन और कीमतों में वृद्धि के कारण दर्ज की गई है।
नैटस्टील और टाटा स्टील थाईलैंड के संचालनों में वृद्धि की मुख्य वजह कीमतों में वृद्धि और उत्पादन में बढ़ोतरी है।
टाटा स्टील के लागत खर्च में 1,919 करोड़ रुपये से 3,003 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई। वहीं नैटस्टील समूह में वृद्धि की खास वजह यह भी रही कि टाटा स्टील इंडिया के इस्तेमाल के लिए टीएस रिसोर्सेज आस्ट्रेलिया द्वारा बड़े पैमाने पर कच्चे पदार्थों की खरीदारी की गई थी।
ब्याज की भागीदारी 1,081 करोड़ रुपये रही। टाटा स्टील यूके के लिए ब्याज भागीदारी 606 करोड़ रुपये रही।
प्रमुख विदेशी मुद्राओं की तुलना में रुपये में वृद्धि के कारण कंपनी ने 45 करोड़ रुपये का शुद्ध विनिमय लाभ अर्जित किया।