ब्रिटेन की सरकार ने टाटा स्टील को दक्षिण वेल्स में पोर्ट टालबोट संयंत्र के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए 50 करोड़ पाउंड की वित्तीय सहायता देने पर सहमति जताई है। 1.25 अरब पाउंड के साझे निवेश प्रस्ताव को ब्रिटिश सरकार के अब तक के सबसे बड़े प्रोत्साहन पैकेज में गिना जा रहा है।
इससे वेल्स की इकाई को हरित इकाई में बदलने का रास्ता साफ होगा और कोयला आधारित ब्लास्ट फर्नेस की जगह अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक ब्लास्ट फर्नेस लगाया जाएगा। इस कदम से समूचे ब्रिटेन में करीब 1.5 फीसदी कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी।
1.25 अरब पाउंड के साझा निवेश प्रस्ताव में 50 करोड़ पाउंड (करीब 62.1 करोड़ डॉलर) का सरकारी अनुदान भी शामिल है। इस फैसले को इस्पात उद्योग के लिए भी अहम माना जा रहा है। इससे ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और हजारों नौकरियां बचाने में मदद मिलेगी।
समझौते के तहत टाटा स्टील साउथ वेल्स के पोर्ट टालबोट में हरित इस्पात बनाने के लिए एक नई इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस और उससे जुड़ी सुविधाएं तैयार करने के वास्ते सरकारी अनुदान सहित 1.25 अरब पाउंड का निवेश कर सकती है।
टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा, ‘ब्रिटेन सरकार के साथ समझौता इस्पात उद्योग के भविष्य और वास्तव में ब्रिटेन में औद्योगिक मूल्य श्रृंखला के लिए एक निर्णायक क्षण है।’
उन्होंने कहा, ‘प्रस्तावित निवेश से रोजगार सुरक्षित करने में मदद मिलेगी और यह साउथ वेल्स में हरित प्रौद्योगिकी आधारित औद्योगिक ढांचा तैयार करने का शानदार मौका देगा। हम इन प्रस्तावों पर अपने हितधारकों के साथ जिम्मेदार तरीके से काम करने के लिए तत्पर हैं।’
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘यह निवेश ब्रिटेन के इस्पात उद्योग को आधुनिक बनाएगा और अधिक पर्यावरण हितैषी भविष्य सुरक्षित करेगा। आगे चलकर इससे हजारों कुशल रोजगार बचाने तथा अर्थव्यवस्था बढ़ाने में मदद मिलेगी।’
पोर्ट टालबोट संयंत्र सहित टाटा स्टील ब्रिटेन में 8,000 से ज्यादा कर्मचारी हैं और निवेश नहीं होने के कारण उनके रोजगार पर संकट मंडरा रहा था। हलांकि नए प्रस्ताव से 3,000 लोगों के रोजगार पर अभी भी तलवार लटकी हुई है क्योंकि ब्रिटेन की सरकार ने कहा है कि इससे 5,000 से अधिक नौकरियों को सुरक्षित किया जा सकता है।
टाटा स्टील के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन ने कहा कि प्रस्तावित परियोजना हाल के दशक में ब्रिटेन के इस्पात उद्योग में सबसे बड़े निवेश में से एक है। नई इलेक्ट्रिक भट्ठी कोयले से चलने वाली भट्ठी की जगह लेगी।
टाटा स्टील के कार्यकारी निदेशक और मुख्य वित्तीय अधिकारी कौशिक चटर्जी ने विश्लेषकों के साथ बातचीत में कहा था, ‘हम एक ऐसे परिवर्तन की शुरुआत कर रहे हैं जो संरचनात्मक स्तर पर समस्याओं को दूर करने में मदद करेगा और टाटा स्टील ब्रिटेन के लिए टिकाऊ और लाभप्रद भविष्य का आधार तैयार करेगा।’