टाटा स्टील व टाटा मोटर्स में टाटा संस की बाजार वैल्यू बढ़ी

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 5:07 AM IST

पिछले साल मार्च के बाद से टाटा स्टील और टाटा मोटर्स की शेयर कीमतों में आई भारी तेजी से समूह की इन दो सबसे बड़ी कंपनियों में टाटा संस की हिस्सेदारी की बाजार वैल्यू काफी बढ़ गई है। इन कंपनियों में टाटा संस  की इक्विटी हिस्सेदारी का बाजार मूल्य अब बढ़कर करीब 84,000 करोड़ रुपये हो गया है जो पिछले साल मार्च के अंत के 20,000 करोड़ रुपये के मुकाबले 4 गुना से ज्यादा है।
महामारी की अवधि के बाद इस्पात कीमतों और धातु मांग में वैश्विक तेजी की वजह से टाटा स्टील में बड़ा सकारात्मक बदलाव देखने को मिला।
टाटा स्टील का बाजार पूंजीकरण मार्च 2020 के बाद से 30,400 करोड़ रुपये से तीन गुना से ज्यादा बढ़कर अब 1.27 लाख करोड़ रुपये हो गया है। इसके परिणामस्वरूप, टाटा स्टील में टाटा संस की 33 प्रतिशत हिस्सेदारी की वैल्यू अब बढ़कर करीब 42,000 करोड़ रुपये हो गई है जो पिछले साल मार्च के अंत में महज 10,000 करोड़ रुपये पर थी।
इसी तरह, टाटा मोटर्स का बाजार पूंजीकरण भी पिछले 12 महीनों में 4 गुना तक बढ़ा है, क्योंकि कंपनी ने घरेलू बाजार में अपनी यात्री वाहन बिक्री और वैश्विक रूप से अपने जगुआर लैंड रोवर खंड में बड़ी तेजी दर्ज की। इससे वित्त वर्ष 2022 में उसकी आय में भारी तेजी की उम्मीद बढ़ी है और इससे शेयर कीमत को भी मजबूती मिली है। टाटा मोटर्स का शेयर मंगलवार को करीब 96,000 करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण के साथ बंद हुआ जो वित्त वर्ष 2020 के अंत में 23,500 करोड़ रुपये था। टाटा मोटर्स में टाटा संस की 44 प्रतिशत हिस्सेदारी की वैल्यू अब 42,000 करोड़ रुपये है जो पिछले साल मार्च के अंत में 9,300 करोड़ रुपये थी।
यह विश्लेषण समूह की सूचीबद्घ कंपनियों में टाटा संस की इक्विटी भागीदारी की बुक वैल्यू या निवेश लागत पर आधारित है, जैसा कि कंपनी ने अपनी सालाना रिपोर्ट में जिक्र किया है और कैपिटालाइन डेटाबेस द्वारा इसकी रिपोर्ट दी गई है। ताजा वैल्यू 4 मई, 2021 तक कंपनी के बाजार पूंजीकरण पर आधारित है।
इससे इसे लेकर उम्मीद बढ़ी है कि समूह की होल्डिंग वर्ष के दौरान टाटा स्टील और टाटा मोटर्स में अपने इक्विटी निवेश पर अच्छा वित्तीय प्रतिफल देना शुरू कर सकती है। कुल मिलाकर, इन दो कंपनियों का समूह की सूचीबद्घ कंपनियों में टाटा संस के पूरे इक्विटी निवेश में करीब 60 प्रतिशत का योगदान है। हाल के वर्षों में टाटा संस ने सूचीबद्घ कंपनियों में इक्विटी के तौर पर करीब 58,600 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
समूह की होल्डिंग कंपनी के तौर पर टाटा मोटर्स एकमात्र सबसे बड़ा निवेश है, जिसके बाद टाटा स्टील और टाटा पावर का स्थान है। टाटा संस ने टाटा मोटर्स में अब तक 22,184 करोड़ रुपये का निवेश किया है, और समूह की सभी सूचीबद्घ कंपनियों में उसकी संपूर्ण इक्विटी हिस्सेदारी में करीब 38 प्रतिशत का योगदान है। तुलनात्मक तौर पर, टाटा संस ने अब तक टाटा स्टील में करीब 13,567 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
टाटा संस ने पिछले एक दशक में समूह की नकदी जरूरत वाली कंपनियों को ताजा इक्विटी पूंजी मुहैया कराई, लेकिन इनमें से ज्यादातर निवेश का लाभ मिलना बाकी है। उदाहरण के लिए, टाटा मोटर्स ने लगातार पांच वर्षों से भुगतान नहीं चुकाया है, जबकि टाटा स्टील और टाटा पावर एक दशक से लाभांश भुगतान नहीं किया है। दूसरी तरफ, टाटा संस द्वारा इक्विटी निवेश बढ़ाए जाने के बावजूद इंडियन होटल्स ने पिछले 10 वर्षों में लाभांश भुगतान में करीब 50 प्रतिशत तक की कमी की है।
कई विश्लेषकों का मानना है कि टाटा स्टील वित्त वर्ष 2022 में समूह में टीसीएस के बाद दूसरी सर्वाधिक मुनाफे वाली कंपनी बन सकती है।

First Published : May 5, 2021 | 11:57 PM IST