टाटा मोटर्स बाजार पूंजीकरण के लिहाज से सात साल बाद मारुति सुजूकी इंडिया (एमएसआईएल) को पीछे छोड़कर देश की सबसे मूल्यवान वाहन कंपनी बन गई है। टाटा समूह की कंपनियों का शेयर आज बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया।
टाटा मोटर्स (2,85,516 करोड़) और टाटा मोटर्स डीवीआर (29,119 करोड़) का संयुक्त बाजार पूंजीकरण 3.146 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसकी तुलना में एमएसआईएल का बाजार पूंजीकरण 3.13 लाख करोड़ रुपये था।
कैपिटालाइन के आंकड़े दर्शाते हैं कि इससे पहले साल 2017 की 25 जनवरी को टाटा मोटर्स ने 1.76 लाख करोड़ रुपये की बाजार पूंजीकरण के साथ मारुति सुजूकी को पीछे छोड़ दिया था। तब एमएसआईएल का बाजार पूंजीकरण 1.75 लाख करोड़ रुपये था।
आज टाटा मोटर्स का शेयर (2.19 फीसदी चढ़कर 859.25 रुपये) और टाटा मोटर्स डीवीआर का शेयर (1.6 फीसदी चढ़कर 572.65 रुपये) नई ऊंचाई पर पहुंच गया। दूसरी ओर एमएसआईएल के शेयर 0.3 फीसदी गिरावट के साथ 9,963.30 रुपये पर बंद हुए। इसकी तुलना में एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स 1.1 फीसदी गिरकर 71,139.90 पर बंद हुआ।
पिछले एक साल में टाटा मोटर्स का शेयर भाव 91 फीसदी बढ़ गया है जबकि एमएसआईएल के शेयर का भाव 12 फीसदी चढ़ा है। इसकी तुलना में, एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स इस दौरान 19.5 फीसदी चढ़ा है। टाटा मोटर्स के ब्रिटेन की सहायक कंपनी जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) की दमदार बिक्री के कारण कंपनी ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
विश्लेषकों ने बताया कि दुनिया भर में यात्री वाहनों की मांग में सुधार होने, उत्पाद मिश्रण और कलपुर्जों की लागत कम होने से लाभप्रदता में सुधार से कंपनी का प्रदर्शन आगे भी बेहतर रहने की उम्मीद है।
दिसंबर तिमाही के अंत में जेएलआर वाहनों की ऑर्डर बुक 1,48,000 ऑर्डर के साथ दमदार बनी रही। यह सितंबर तिमाही के 1,68,000 से कम हो गया है।