डिजिटल, एआई और निरंतरता पर टाटा समूह का ध्यान

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 7:03 PM IST

विवेज सुजन पिंटो
मुंबई

टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने आज कहा कि 103 अरब डॉलर का टाटा समूह अपने को भविष्य के लिहाज से तैयार करने के लिए बड़े पैमाने पर बदलाव की प्रक्रिया से गुजर रहा है। टाटा समूह देश के सबसे पुराने दिग्गज कंपनी समूहों में से एक है। टाटा संस टाटा समूह की एक होल्डिंग कंपनी है। चंद्रशेखरन भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की तरफ से आयोजित आभासी शिखर बैठक को संबोधित कर रहे थे।
चंद्रशेखरन ने कहा कि बदलाव की प्रक्रिया में समूह के विभिन्न कारोबारों में डिजिटल, डेटा, कृत्रिम बुद्घिमत्ता (एआई) और निरंतरता को शामिल किया जा रहा है। इनकी जरूरत कोविड के बाद की दुनिया में उभरते नए मौकों का लाभ उठाने के लिए पड़ रही है। टाटा समूह की उपस्थिति नमक से लेकर सॉफ्टवेयर, इस्पात और कारों आदि विभिन्न श्रेणियों में है। चंद्रशेखरण ने अपने संबोधन में भविष्य के लिए प्रमुख रुझानों में हेल्थ एंड वेलनेस, प्रतिभा और आपूर्ति शृंखला पुनर्संतुलन पर जोर देने ओर इंगित किया। टाटा समूह ने चार प्रमुख क्षेत्रों को चिह्नित किया है जिसमें डिजिटल, नई ऊर्जा, आपूर्ति शृंखला में लचीलापन और स्वास्थ्य शामिल है। समूह आने वाले वर्षों में इन चीजों पर अपना ध्यान लगाएगा।
चंद्रशेखरन ने कहा कि समूह की नई गतिविधियों में हमारा भारत और दुनिया के लिए 5जी नेटवर्क समाधान प्रदाता बनना शामिल है। इसके अलावा समूह ने हाल ही में टाटान्यू और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स नाम से सुपर ऐप लॉन्च किए हैं। उन्होंने कहा, ‘पिछले दो वर्ष में इंटरनेट ने हर किसी के दैनिक जीवन में घुसपैठ की है। इसी के साथ साथ कृत्रिम बुद्घिमत्ता, क्लाउड और डेटा तकनीक में की गई प्रगति शीर्ष कंपनियों को बाकी से अलग करती है।’

First Published : May 11, 2022 | 11:47 PM IST