ताज समूह ने मुंबई में एक और नए होटल की आधारशिला रख दी है। इसके साथ ही मुंबई में ताज समूह के होटलों की संख्या बढ़कर 17 हो जाएंगी , जिनमें से 5 निर्माणाधीन हैं। ये अगले चार साल में बनकर तैयार हो जाएंगे। इन होटलों में कन्वेंशन सेंटर भी होंगे, जो मुंबई को भारत की कन्वेंशन कैपिटल के रूप में स्थापित कर देंगे। टाटा समूह द्वारा संचालित इंडियन होटल्स लिमिटेड (IHCL) मुंबई में 330 कमरों वाला एक नया होटल बनाने के लिए 2,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
सोमवार को टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन की मौजूदगी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई के बांद्रा में टाटा समूह के नए ताज होटल की आधारशिला रखी। इस होटल का नाम ताज बैंडस्टैंड है। इसमें 330 कमरे और 85 अपार्टमेंट होंगे। ताज समूह के नए और अत्याधुनिक होटल में बने आधुनिक कन्वेंशन सेंटर से मुंबई में व्यापारिक सम्मेलनों को और जगह मिलेगी।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि मुंबई में अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से युक्त और अधिक होटलों की जरूरत है, और इस अवसर का लाभ उठाकर हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की कंपनियों को नए प्रोजेक्ट्स शुरू करने चाहिए।
उन्होंने आश्वासन दिया कि मुंबई महानगरपालिका त्वरित निर्णय लेने में सकारात्मक भूमिका निभाएगी और ऐसे प्रोजेक्ट्स में किसी भी तरह की बाधा नहीं आने दी जाएगी। सरकार केवल एक नियामक संस्था नहीं है, बल्कि विकास की भागीदार भी है। यह परियोजना मुंबई के पर्यटन और व्यापारिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। टाटा समूह की तरफ से घोषणा की गई कि टाटा समूह नागपुर में भी विश्वस्तरीय सुविधाओं वाला एक होटल विकसित करने की योजना बना रहा है।
IHCL के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पुनीत चटवाल ने कहा कि ताज बैंडस्टैंड नामक नये होटल का निर्माण इस साल शुरू होगा और इसे पूरा होने में तीन साल से अधिक का समय लगेगा। इस होटल के शुरू होने से 1,000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा, जबकि 7,000 अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह होटल दो एकड़ के भूखंड पर बन रहा है। इस जमीन पर कभी सी रॉक होटल हुआ करता था, जो 1993 के सीरियल बम धमाकों में क्षतिग्रस्त हो गया था। IHCL ने इस जमीन को 680 करोड़ रुपये में खरीदा है।
चटवाल ने कहा कि निवेश में भूमि की लागत भी शामिल है तथा कुछ छोटी-मोटी अनुमतियों को छोड़कर विकास के लिए सभी आवश्यक मंजूरियां मिल गई हैं।
IHCL ने अपना पहला होटल ताज महल पैलेस 1903 में बम्बई में खोला था और एक शताब्दी से भी अधिक समय से ये शहर के सांस्कृतिक ताने-बाने में समाया हुआ है। उन्होंने कहा कि ब्रैंडेड होटलों में 2 लाख से कम कमरे हैं, जो काफी बढ़ सकते हैं हॉस्पिटैलिटी स्पेस नौकरियों और जीडीपी ग्रोथ में बहुत योगदान दे सकता है। हॉस्पिटैलिटी सेक्टर किस दिशा में जा रहा है, ये देखने के लिए हमें 2047 तक भारत के लिए 3 ट्रिलियन डॉलर की पर्यटन अर्थव्यवस्था को देखना होगा। इस होटल के जुड़ने के साथ ही मुंबई में IHCL के 17 होटल हो जाएंगे, जिनमें से 5 निर्माणाधीन हैं।
चटवाल ने कहा कि हमें आईओडी और फायर एनओसी सहित प्रमुख निर्माण-पूर्व स्वीकृतियां मिल गई हैं। सभी स्वीकृतियां मिलने के बाद इसी साल में निर्माण शुरू हो जाएगा और अगले चार वर्षों में परियोजना पूरी करने की उम्मीद है।