फूड डिलिवरी एग्रीगेटर स्विगी (Swiggy) ने 31 मार्च, 2022 में समाप्त वित्त वर्ष में 3,628.9 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया है। कंपनी का घाटा वित्त वर्ष 2021 के मुकाबले करीब 2.24 गुना उछला क्योंकि तब उसका घाटा 1,616.9 करोड़ रुपये रहा था। टॉफ्लर से यह जानकारी मिली।
स्विगी का राजस्व वित्त वर्ष 22 में 124 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 5,704.9 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो वित्त वर्ष 21 में 2,546.9 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी का कुल खर्च इस अवधि में 9,748.7 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पहले 4,292.8 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी ने नियामकीय जानकारी में कहा है कि देश के 550 से ज्यादा शहरों में उसकी मौजूदगी है। कंपनी ने कहा, जब क्विक कॉमर्स की बात आती है (जहां उसकी प्रतिस्पर्धा ब्लिंकिट से है), उसमें भी इजाफा हो रहा है। ग्रॉसरी व अन्य आवश्यक सामग्री के लिए इंस्टमार्ट (जो अभी 27 शहरों में है) 10 से 30 मिनट में डिलिवरी करती है। इसमें ऑर्डर रद्द होने या अन्य शिकायतों का मामला काफी कम है। ये चीजें हमारे मुनाफे को आगे बढ़ा रहा है।
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वित्त वर्ष में विज्ञापन व प्रमोशन पर खर्च 300 फीसदी बढ़ककर 1,848.7 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पहले 461 करोड़ रुपये था। अन्य लागत भी बढ़ रही है और सबसे ज्यादा आउटसोर्सिंग लागत बढ़ी है। आउटसोर्सिंग लागत वित्त वर्ष 22 में 2,249.7 करोड़ रुपये रही, जो वित्त वर्ष 21 में 985.1 करोड़ रुपये थी। जनवरी 2022 में जब स्विगी ने इन्वेस्को की अगुआई में 70 करोड़ डॉलर जुटाए थे तब उसका मूल्यांकन 10 अरब डॉलर आंका गया था।