प्रमुख निवेशक राकेश झुनझुनवाला के निवेश वाली प्रस्तावित विमानन कंपनी आकाश कम लागत वाले ढांचे को डिजाइन करने में स्टार्टअप लाभ का इस्तेमाल कर सकती है ताकि वित्तीय तौर पर कमजोर प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले बढ़त बनाने में मदद मिल सके। उद्योग सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पट्टा किराये में कमी, पायलटों की आसान उपलब्धता और हवाई यातायात में तेजी के आसार जैसे कारकों से इस विमानन कंपनी को मदद मिलेगी। विमानन कंपनी ने अगले साल गर्मी में अपना परिचालन शुरू करने की योजना बनाई है।
उद्योग सूत्रों का मानना है कि अकाश अपने लॉन्च के कुछ ही महीनों के भीतर बेड़े में 20 विमानों को शामिल करेगी। इससे उसे दमदार बिक्री एवं पट्टा आय हासिल करने में मदद मिलेगी और वह प्रतिस्पर्धियों को टक्कर देने के लिए खुद को स्थापित कर सकेगी। जेट एयरवेज के पूर्व मुख्य कार्याधिकारी विनय दुबे द्वारा प्रवर्तित आकाश की परिकल्पना अल्ट्रा लो-कॉस्ट विमानन कंपनी के तौर पर की गई है। झुनझुनवाला ने इस विमानन कंपनी मेंं करीब 260 करोड़ रुपये का निवेश करने का वादा किया है। विमानन
कंपनी के बेड़े में चार साल के भीतर 70 विमान होंगे।
विमानन सलाहकार विशोक मानसिंह ने कहा, ‘इंडिगो को छोड़कर अन्य सस्ती विमानन कंपनियां संचित घाटे और विरासत लागत ढांचे के कारण गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रही हैं। ऐसे में आकाश जैसी स्टार्टअप विमानन कंपनियों को बढ़त मिल सकती है।’ विमानन सलाहकार सीएपीए- सेंटर फॉर एविएशन के अनुसार, घरेलू विमानन कंपनियों को वित्त वर्ष 2021 की ही तरह वित्त वर्ष 2022 में भी कुल 4.1 अरब डॉलर का नुकसान होने की आशंका है।
इंडिगो ने वित्त वर्ष 2021 में 5,806 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया जबकि समान वित्त वर्ष में स्पाइसजेट का घाटा 998 करोड़ रुपये रहा। विश्लेषकों का कहना है कि स्पाइसजेट फिसलन के साथ ढलान पर है लेकिन उसके प्रवर्तक अजय सिंह के दृढ़ संकल्प और ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए उम्मीद अभी बरकरार है।
सीएपीए के मुख्य कार्याधिकारी (दक्षिण एशिया) कपिल कौल के अनुसार, एक सफल विमानन कंपनी बनने के लिए आकाश में सभी तत्व मौजूद हैं। उन्होंने कहा, ‘झुनझुनवाला के पास सही अवसर पर दांव लगाने का दमदार ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। दुबे काफी अनुभवी एवं इस क्षेत्र के जानकार हैं। आदित्य घोष की मौजूदगी से विमानन कंपनी को काफी दम मिलेगा।’ कौल ने कहा कि 5 करोड़ डॉलर का स्टार्टअप पूंजी के साथ-साथ विमानों की बिक्री एवं पट्टा लाभ के बल पर इस विमानन कंपनी को 30 से 35 करोड़ डॉलर की पूंजी मिलेगी जो वेंचर कार्य के लिए महत्त्वपूर्ण होगी। उन्होंने कहा कि आकाश प्रत्यक्ष बिक्री चैनल पर ध्यान केंद्रित करते हुए कम लागत वाले ढांचे, पायलट में सुधार एवं बेड़े की बेहतर उपयोगिता, उत्पादकता के साथ वेतन को लिंक करते हुए कम कर्मचारी लागत और फ्रंटएंड एवं बैकएंड में अधिक से अधिक डिजिटल प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर ध्यान केंद्रित कर सकती है।
आकाश की योजना से अवगत एक व्यक्ति ने कहा, ‘आकाश के लिए योजना 2020 की दूसरी छमाही के दौरान तैयार की गई थी। टीम ने 70 विमानों के बेड़े के साथ 30 हवाई अड्डों को कवर करने वाली एक मार्ग नेटवर्क तैयार किया है। विमान हासिल करने और क्रू सदस्यों की नियुक्ति संबंधी लागत में दुनिया भर में काफी कमी आई है। इससे स्टार्टअप विमानन कंपनी को इंडिगो की इकाई लागत तक पहुंचने में मदद मिलेगी।’