निर्माण क्षेत्र की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी यूनिटेक लिमिटेड और उसके साथियों के निर्माण कार्यों की रफ्तार धीमी होने के आसार हैं। गोल्डमैन सैक्स ग्रुप इंक. ने यह बात अपने ग्राहकों को दिए गए एक पत्र में कही है।
जमीन की बढ़ती कीमतों,ऊंची ब्याज दर,इस्पात और निर्माण में इस्तेमाल होने वाले दूसरे तत्वों की बढ़ते दाम ने प्रापर्टी की बिक्री पर खासी चोट की है और इसक ा असर साफ नजर आ रहा है। यूनिटेक जो हर साल दोगुना ज्यादा निर्माण करने का इरादा रखती है 31 दिसंबर 2007 तक केवल 743,000 स्क्वेयर मीटर क्षेत्र में ही काम कर पाई है और 2013 तक 50 मिलियन स्क्वेयर मीटर ही निर्माण कर पाएगी।
बात सिर्फ निर्माण की रफ्तार धीमी होने तक ही सीमित नहीं है बल्कि रिहायशी इमारतों की बिक्री भी थम गई है। विश्लेषक विष्णु गोपाल और श्रुति गांधी ने अपने एक नोट में बताया कि मार्च से दिसंबर 2007 के बीच यूनिटेक केवल 3000 इकाइयां ही बेच सकी जबकि मार्च में खत्म हुए वित्तीय वर्ष में उसने 7000 रिहायशी इमारतें बेची थीं।
निर्माण क्षेत्र की ही दूसरी दिग्गज कंपनियों पार्श्वनाथ डिवेलपर्स और अंसल प्रापर्टीज ऐंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के निर्माण कार्यों में भी कमी आने की संभावना है। गोल्डमैन सैक्स का अनुमान है कि पार्श्वनाथ डिवेलपर्स 2017 तक 150 मिलियन क्षेत्र में काम पूरा कर पायेगी जबकि कंपनी को उम्मीद थी कि वह इसे 2012 तक निपटा लेगी।
