RIL Q1FY25 results: तेल से लेकर दूरसंचार तक के कारोबार में दखल रखने वाली निजी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में साल भर पहले के मुकाबले 5.5 फीसदी घट गया। रिफाइनिंग मार्जिन कमजोर रहने से कंपनी के मुनाफे पर असर पड़ा है।
वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज का कुल शुद्ध मुनाफा 15,138 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 16,011 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के 18,951 करोड़ रुपये की तुलना में वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में मुनाफा 20 फीसदी घटा है।
चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी की आय 2.31 लाख करोड़ रुपये रही, जो अप्रैल-जून 2023 के 2.10 लाख करोड़ रुपये से 11.7 फीसदी अधिक है। इस दौरान कंपनी की अन्य आय भी 4.5 फीसदी बढ़कर 3,983 करोड़ रुपये रही।
कंपनी ने कहा कि तेल और पेट्रोलियम उत्पादों के ऊंचे दाम और तेल-गैस क्षेत्र में मजबूत मांग से कंपनी की आय में इजाफा हुआ है। ब्लूमबर्ग में 13 विश्लेषकों ने अनुमान लगाया था कि वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में आरआईएल की आय 2.32 लाख करोड़ रुपये रह सकती है और 7 विश्लेषकों का अनुमान था कि कंपनी का शुद्ध मुनाफा 17,416 करोड़ रुपये रहेगा।
दुनिया भर के ऊर्जा बाजार में उठापटक के कारण कंपनी के तेल से लेकर रसायन तक (ओ2सी) के कारोबार की आय पर असर पड़ा है। वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में इस क्षेत्र का मुनाफा 14.3 फीसदी घटकर 13,093 करोड़ रुपये रहा। जून 2024 तक कंपनी पर कुल 1.12 लाख करोड़ रुपये शुद्ध कर्ज था और कुल कर्ज 3.04 लाख करोड़ रुपये था। अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी ने 28,785 करोड़ रुपये का पूंजीगत खर्च किया था।
दूरसंचार कारोबार रिलायंस जियो इन्फोकॉम का शुद्ध लाभ जून तिमाही में 12 फीसदी बढ़कर 5,445 करोड़ रुपये रहा। इस दौरान कंपनी की आय 10 फीसदी बढ़कर 26,478 करोड़ रुपये रही।