रेनो इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका और फ्रांस में अपने संयंत्रों को कलपुर्जों की आपूर्ति के लिए पुणे में अंतरराष्ट्रीय लॉजिस्टिक नेटवर्क (आईएलएन) शुरू किया है।
रेनो निसान के साथ मिलकर भारतीय बाजार में लगभग 48 अरब रुपये निवेश की घोषणा कर चुकी है। रेनो इस लॉजिस्टिक इकाई का इस्तेमाल चाकन संयंत्र में विकसित की जा रही कम कीमत की कार के निर्यात के लिए करेगी। बजाज,रेनो और निसान मिलकर कम कीमत की कार बनाने के लिए करार कर चुकी हैं।
रेनो इंडिया के प्रबंध निदेशक सिलवेन बिलेइन ने कहा कि यह कंपनी रेनो की सहायक कंपनियों को भारत में कारोबार बढ़ाने में मदद करेगी। उन्होंने कहा, ‘भारत को लेकर हमारा नजरिया बिल्कुल पक्का है। आने वाले पांच साल में रेनो के वैश्विक कारोबार में एक बड़ा हिस्सेदार होगा।’