मॉर्गन स्टेनली की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) अपने नए ऊर्जा व्यवसाय से 60 अरब डॉलर तक की कमाई कर सकती है। कंपनी अपने रसायन, डेटा सेंटर और रिफाइनरी परिचालन में हरित ऊर्जा को शामिल कर रही है।
ब्रोकरेज ने कहा है कि आरआईएल की बाजार पूंजीकरण वृद्धि का अगला दौर नई ऊर्जा और आर्टिफिशल इंटेलीजेंस (एआई) ढांचे के मिलेजुले रूप पर आधारित होगा। उसने इसे अपने पिछले किसी भी प्रयास की तुलना में ‘अधिक महत्वाकांक्षी, ज्यादा परिवर्तनकारी और कहीं अधिक वैश्विक’ पहल करार दिया है। इस रणनीति का एक आधार जामनगर ऊर्जा परिसर को 1 गीगावॉट डेटा सेंटर क्षमता को बिजली देने के लिए फिर से तैयार करना है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एनवीडिया के ब्लैकवेल एआई चिप से लैस ये डेटा सेंटर आरआईएल की बढ़ती सौर और बैटरी स्टोरेज परिसंपत्तियों से उत्पादित हरित ऊर्जा के मजबूत स्रोत पर निर्भर होंगे।
रिपोर्ट में कहा गया, ‘रिलायंस न केवल इलेक्ट्रॉन तैयार कर रही है, बल्कि उन्हें सीधे एआई, रसायन और औद्योगिक परिचालन में शामिल कर रही है। इससे एक क्लोज्ड-लूप एनर्जी सिस्टम तैयार हो रहा है जो आंतरिक दक्षता और नए राजस्व स्रोतों को बढ़ावा देगा।’ बीएस