Real estate industry: रियल एस्टेट उद्योग की तेज रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ सकती है। इस क्षेत्र के कारोबार में आ रही तेजी के कारण इस साल की पहली तिमाही में इसका सेंटीमेंट इंडेक्स एक दशक के उच्च स्तर पर पहुंच गया था। लेकिन दूसरी तिमाही में इस इंडेक्स में कमी आई है। हालांकि यह इंडेक्स अभी सकारात्मक श्रेणी में बना हुआ है। जिससे आगे भी रियल एस्टेट क्षेत्र में वृद्धि की उम्मीद बनी हुई है।
नाइट फ्रैंक-नारेडका द्वारा जारी The Knight Frank-NAREDCO Real Estate Sentiment Index Q4 2024 (April – June ) रिपोर्ट के अनुसार चालू सेंटीमेंट इंडेक्स स्कोर (Current Sentiment Index Score) 65 रहा, जो पहली तिमाही में एक दशक के उच्च स्तर पहुंचे सेंटीमेंट स्कोर 72 से कम है। हालांकि दूसरी तिमाही में सेंटीमेंट स्कोर सकारात्मक स्कोर के स्तर से काफी आगे हैं।
सेंटीमेंट इंडेक्स स्कोर के 50 से ऊपर होना दर्शाता है कि रियल एस्टेट क्षेत्र बढ़ रहा है, जबकि इस स्कोर के 50 से नीचे होना रियल एस्टेट क्षेत्र में गिरावट को दर्शाता है। इस रिपोर्ट के अनुसार पहली तिमाही में Future Sentiment score 73 था, दूसरी तिमाही में यह भी घटकर 65 रह गया है। Future Sentiment score आने वाले महीनों में रियल एस्टेट क्षेत्र के प्रदर्शन को दर्शाता है।
यह स्कोर सकारात्मक स्तर से ज्यादा होने से आगे भी इस स्तर का प्रदर्शन अच्छा रह सकता है। लेकिन पहली तिमाही की तुलना में दूसरी तिमाही में इसमें कमी यह दर्शाती है कि पहले जितने अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद नहीं है। लेकिन वर्तमान और भविष्य के दोनों सेंटीमेंट स्कोर सकारात्मक श्रेणी में रहना दर्शाता है कि यह क्षेत्र दीर्घकालिक अवधि में अच्छा प्रदर्शन कर सकता है।
दोनों स्कोर चुनाव और बजट अटकलों से प्रभावित हालिया रियल एस्टेट वृद्धि पर अधिक संयमित दृष्टिकोण दर्शाते हैं। डेवलपरों का सेंटीमेंट इंडेक्स 61 है, जो आशावादी रहते हुए सावधानी को दर्शाता है। गैर डेवलपर (जिसमें बैंक, वित्तीय संस्थान, पीई फंड शामिल हैं) का इंडेक्स 68 है, जो आर्थिक चिंताओं को ध्यान में रखते हुए हितधारकों के सावधानीपूर्वक मूल्यांकन को दर्शाता है।
नाइट फ्रैंक-नारेडको द्वारा किए गए सर्वे में अधिकांश लोगों का मानना है कि अगले 6 महीने में नये मकानों की लॉन्चिंग व इनके दाम बढ़ सकते हैं। इस सर्वे के अनुसार 61 फीसदी लोगों का मानना है कि अगले 6 महीने में आवासीय क्षेत्र में लॉन्चिंग में इजाफा होगा। इसके साथ ही 61 फीसदी लोगों को मानना है कि आने वाले 6 महीने में मकानों की कीमत बढ़ सकती है, जबकि 51 फीसदी लोग मानते हैं कि मकानों की बिक्री में इजाफा होगा। पहली तिमाही में 80 फीसदी ने लॉन्चिंग, 82 फीसदी ने कीमत बढ़ना माना था।
दूसरी तिमाही का दृष्टिकोण आने वाले समय में स्थिरता की उम्मीद करता है। नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, वर्तमान और भविष्य का सेंटीमेंट स्कोर अभी भी सकारात्मक है। हालांकि इस हालिया गिरावट से चिंता नहीं बढ़नी चाहिए क्योंकि यह रियल एस्टेट में सतर्क आशावाद की ओर बदलाव का संकेत देता है। नारेडको के अध्यक्ष हरि बाबू ने कहा, “2024 की दूसरी तिमाही में सेंटीमेंट एक लचीले और आशावादी भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र की तस्वीर पेश करता है। हालांकि सेंटीमेंट में कमी आई है। लेकिन समग्र दृष्टिकोण सकारात्मक बना हुआ है।
नाइट फ्रैंक-नारेडको ने अप्रैल-जून के बीच किए अपने सर्वे में बताया कि 63 फीसदी लोगों का मानना है कि अगले 6 महीने में ऑफिस लीज की मांग में इजाफा हो सकता है। इससे पहले की तिमाही में 74 फीसदी लोगों ने ऐसा माना था। इसके साथ ही 47 प्रतिशत लोगों ने माना कि ऑफिस स्पेस की आपूर्ति अगले 6 महीने में बढ़ेगी। पहली तिमाही में 58 फीसदी ने माना था कि आपूर्ति में इजाफा होगा। इस बीच, इस अवधि में 67 फीसदी लोगों का मानना है कि ऑफिस किराये में वृद्धि हो सकती है। पहली तिमाही में 65 फीसदी लोगों ने ऐसा माना था। ऑफिस स्पेस का दृष्टिकोण Leasing (पट्टा), आपूर्ति और किराये में वृद्धि दर्शाता है क्योंकि हितधारक अगले छह महीनों में इस परिसंपत्ति वर्ग के प्रदर्शन को लेकर आश्वस्त हैं।
सर्वेक्षण के निष्कर्षों के आधार पर 59 फीसदी लोगों ने माना कि आर्थिक परिदृश्य में सुधार की उम्मीद की है, जो भारत की आर्थिक लचीलापन और संभावित वृद्धि के बारे में आशावाद को दर्शाता है। 51 फीसदी लोगों का मानना है कि धन की उपलब्धता में वृद्धि होगी, जो रियल एस्टेट निवेश के लिए वित्तीय क्षेत्र के निरंतर समर्थन में विश्वास प्रदर्शित करता है। हितधारकों का विश्वास मजबूत और आशावादी बना हुआ है और 2024 की पहली छमाही में निवेश का स्तर लगभग पूरे कैलेंडर वर्ष 2023 के बराबर है और इसके 2022 के उच्च स्तर तक बढ़ने की उम्मीद है।