भारत के सबसे पॉश इलाकों में से एक साउथ दिल्ली के रियल एस्टेट मार्केट का पोटेंशियल 5.65 लाख करोड़ रुपये है। रियल एस्टेट केंद्रित Alternative Investment Funds (AIF) गोल्डन ग्रोथ फंड (जीजीएफ) की एक रिपोर्ट में कहा गया है साउथ दिल्ली की 5.65 करोड़ रुपये के रियल एस्टेट मार्केट पोटेंशियल में से ए व बी कैटेगरी की कॉलोनियों में प्लॉट (कब्जे वाले और खाली) की कीमत 5.35 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। साउथ दिल्ली में ए कैटेगरी में 13 और बी में 27 और सी कैटेगरी में 2 कॉलोनियां हैं।
साउथ दिल्ली में कितने प्लॉट हैं उपलब्ध और कितनी है कीमत?
जीजीएफ की रिपोर्ट के अनुसार साउथ दिल्ली में ए, बी और सी कैटेगरी की 42 कॉलोनियों में लगभग 18,446 प्लॉट उपलब्ध हैं। जिनका आकार 125 से 1,750 वर्ग गज तक है। इन प्लॉट की औसत कीमत 6 से 15 लाख रुपये प्रति वर्ग गज के बीच है। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने दिल्ली की सभी कॉलोनियों को 8 कैटेगरी ए, बी, सी, डी, ई, एफ, जी और एच के तहत विभाजित किया है। संपत्ति पंजीकरण के लिए सर्कल दरें, संपत्ति कर दरें और स्टांप शुल्क इन केटेगरी पर आधारित हैं। ए और बी कैटेगरी का सबसे विशिष्ट स्थान हैं, जो साउथ दिल्ली में स्थित हैं।
इस रिपोर्ट के अनुसार ए कैटेगरी के तहत आने वाली 13 कॉलोनियों में लगभग 3,704 भूखंड प्लॉट उपलब्ध हैं जिनका आकार 200 से 1200 वर्ग गज तक है। इनकी औसत कीमत 7 से 15 लाख रुपये प्रति गज के बीच है। इन प्लॉट की कुल मार्केट में 40 फीसदी हिस्सेदारी और इनकी कुल कीमत 2.14 लाख करोड़ रुपये है। बी केटेगरी की 27 कॉलोनियों में 125 से 1,750 वर्ग गज आकार के 12,720 प्लॉट उपलब्ध हैं और इनकी औसत कीमत 6 से 12 लाख रुपये प्रति गज है। इन प्लॉट की कुल कीमत 3.21 लाख करोड़ रुपये है।
साउथ दिल्ली की कौन सी कॉलोनी में प्लॉट खरीदना सबसे महंगा?
पॉश इलाके साउथ दिल्ली में ए-कैटेगरी की कॉलोनियों में प्लॉट खरीदना सबसे महंगा है। इस कैटेगरी में आने वाली 13 कॉलोनियों में से सबसे अधिक महंगा प्लॉट चाणक्यपुरी, गोल्फ लिंग और जोरबाग में है। इन तीनों कॉलोनियों में प्लॉट की औसत कीमत 15 लाख रुपये प्रति गज है। इनमें प्लॉट का आकार 375 से 1,200 वर्ग गज तक है। ए- कैटेगरी की कॉलोनियों में सबसे सस्ता प्लॉट महारानी बाग में खरीदा जा सकता है। यहां औसत कीमत 7 लाख रुपये प्रति वर्ग गज है।
साउथ दिल्ली क्यों है अमीरों की पसंद?
गोल्डन ग्रोथ फंड के सीईओ अंकुर जालान ने कहा कि साउथ दिल्ली में मुख्य रूप से धनी वर्ग रहता है। जिसमें व्यवसायी, वकील और शानदार फर्श और विला के शौकीन वेतनभोगी पेशेवर शामिल हैं। निरंतर मांग, विश्वसनीय और सुरक्षित निवेश और पर्याप्त रिटर्न साउथ दिल्ली रियल एस्टेट मार्केट को चलाने वाले कारक हैं और इसे घर के स्वामित्व के लिए सबसे आदर्श स्थान बनाते हैं। निवेशक साउथ दिल्ली में या तो खुद के रहने के लिए या अच्छे रिटर्न के लिए निवेश कर रहे हैं।
अमीर (एचएनआई), एनआरआई और फैमिली ऑफिस वाले, जो पहले अनुपालन और सुरक्षा के बिना स्थानीय संपत्तियों में निवेश करते थे, अब AIF के माध्यम से इन कॉलोनियों में निवेश कर रहे हैं। जालान ने कहा कि AIF ने निवेश की सुरक्षा और संपत्ति के रखरखाव की चिंता किए बिना 18 से 20 फीसदी उच्च रिटर्न के साथ इन निवेशकों के लिए एक नया रास्ता खोल दिया है।