facebookmetapixel
FY26 में भारत की GDP 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 6.9 फीसदी हो सकती है: FitchIncome Tax Refund: टैक्स रिफंड अटका हुआ है? बैंक अकाउंट वैलिडेशन करना तो नहीं भूल गए! जानें क्या करें2 साल के हाई पर पहुंची बॉन्ड यील्ड, एक्सपर्ट ने बताया- किन बॉन्ड में बन रहा निवेश का मौकाCBIC ने दी चेतावनी, GST के फायदों की अफवाहों में न फंसे व्यापारी…वरना हो सकता है नुकसान‘Bullet’ के दीवानों के लिए खुशखबरी! Royal Enfield ने 350 cc बाइक की कीमतें घटाईUrban Company IPO: ₹1,900 करोड़ जुटाने के लिए खुला आईपीओ, लंबी अवधि के लिए निवेशक करें सब्सक्रिप्शनबर्नस्टीन ने स्टॉक पोर्टफोलियो में किया बड़ा फेरबदल: HDFC Bank समेत 5 नए जोड़े, 6 बड़े स्टॉक बाहरनिर्यातकों से लेकर बॉन्ड ट्रेडर्स तक: RBI पर हस्तक्षेप करने का बढ़ता दबावJP Associates के लिए $2 अरब की बोली Vedanta के लिए ‘क्रेडिट निगेटिव’Airtel से लेकर HDFC Bank तक मोतीलाल ओसवाल ने चुने ये 10 तगड़े स्टॉक्स, 24% तक मिल सकता है रिटर्न

NCR- luxury home: एनसीआर में खूब बिक रहे हैं लक्जरी मकान, हिस्सेदारी बढ़कर 45 फीसदी हुई

एनारॉक के मुताबिक 2024 की पहली छमाही में एनसीआर में किफायती मकानों की हिस्सेदारी घटकर 24 फीसदी रह गई। 5 साल पहले यह 49 फीसदी थी।

Last Updated- July 31, 2024 | 6:32 PM IST
Real Estate

दिल्ली-एनसीआर में लक्जरी मकानों (1.5 करोड़ रुपये से अधिक कीमत) की मांग तेजी से बढ़ रही है। बीते 5 साल में इन मकानों की हिस्सेदारी कई गुना बढ़ चुकी है। दिल्ली-एनसीआर में इस साल की पहली छमाही में लक्जरी मकानों की हिस्सेदारी आधे के करीब पहुंच गई है। जबकि किफायती मकानों की हिस्सेदारी घटकर एक चौथाई से भी कम रह गई है। मकानों की नई आपूर्ति में लक्जरी मकानों की हिस्सेदारी तो बढ़कर 77 फीसदी हो गई है। पांच साल पहले यह महज 12 फीसदी थी। इस दौरान किफायती मकानों की आपूर्ति में हिस्सेदारी 47 फीसदी से घटकर 11 फीसदी रह गई है।

2024 की पहली छमाही में कितनी लक्जरी मकानों की हिस्सेदारी?

संपत्ति सलाहकार फर्म एनारॉक के मुताबिक इस साल की पहली छमाही में 32,200 मकान बिके। इनमें लक्जरी मकानों की हिस्सेदारी 45 फीसदी रही। पहली छमाही में करीब 14,630 लक्जरी मकान बिके। गुरुग्राम में सबसे अधिक बिके 17,570 मकानों में लक्जरी मकानों की हिस्सेदारी भी सबसे अधिक 59 फीसदी रही। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बिके 8,423 मकानों में लक्जरी मकानों की हिस्सेदारी 42 फीसदी दर्ज की गई। बाकी एनसीआर में 6,205 मकानों में लक्जरी मकानों की हिस्सेदारी 12 फीसदी रही। बीते 5 साल में लक्जरी मकानों की हिस्सेदारी तेजी से बढ़ी है। एनारॉक के अनुसार 2019 में एनसीआर में बिके कुल 46,920 मकानों में लक्जरी मकानों की हिस्सेदारी 1,580 मकानों के साथ महज 3 फीसदी थी, जो अब बढ़कर 45 फीसदी हो चुकी है।

किफायती मकानों की हिस्सेदारी घटी

लक्जरी मकानों की हिस्सेदारी बढ़ने के साथ ही किफायती मकानों (40 लाख रुपये से कम कीमत) की हिस्सेदारी में बड़ी गिरावट आई है। एनारॉक के मुताबिक इस साल पहली छमाही में बिके कुल 32,200 मकानों में 24 फीसदी हिस्सेदारी के 7,790 मकान किफायती मकान थे। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में किफायती मकानों की हिस्सेदारी सबसे कम है। पहली छमाही में इन दोनों मार्केट में कुल बिके 8,425 मकान में किफायती मकानों की हिस्सेदारी 13 फीसदी थी। गुरुग्राम में यह हिस्सेदारी 27 फीसदी और बाकी एनसीआर में 31 फीसदी रही। 5 साल पहले किफायती मकानों की हिस्सेदारी काफी होती थी।

एनारॉक के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2019 में बिके 46,920 मकानों में 49 फीसदी मकान किफायती सेगमेंट के थे। एनारॉक समूह के चेयरमैन अनुज पुरी कहते हैं कि हाल वर्षों में सभी एनसीआर शहरों में सबसे सक्रिय गुरुग्राम रहा। इस साल पहली छमाही में यहां 17,570 मकान बिके। इनमें 59 फीसदी मकान लक्जरी सेगमेंट के थे, जबकि किफायती मकानों की हिस्सेदारी 27 फीसदी रही। 2019 में किफायती मकानों की हिस्सेदारी 43 फीसदी और लक्जरी मकानों की हिस्सेदारी महज 4 फीसदी थी।

First Published - July 31, 2024 | 6:31 PM IST

संबंधित पोस्ट