मुंबई की प्रमुख रियल एस्टेट कंपनी मैक्रोटेक डेवलपर्स ने पिछले वित्तीय वर्ष में 10 जमीनें खरीदकर बड़ा कदम उठाया है। इन जमीनों पर आवासीय परिसर बनाए जाएंगे, जिनकी कुल बिक्री मूल्य लगभग 24,000 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है। यह कंपनी अपने लोधा ब्रांड के तहत प्रॉपर्टी बेचती है, और इसने 2024-25 के लिए 21,000 करोड़ रुपये की बिक्री क्षमता वाली जमीन खरीदने का टारगेट रखा था। मजबूत मांग को देखते हुए कंपनी ने इस टारगेट को पार कर लिया है।
मैक्रोटेक डेवलपर्स अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए दो तरह से काम करती है। यह या तो जमीन पूरी तरह खरीद लेती है या फिर जमीन मालिकों के साथ साझेदारी करके आवासीय परिसर डेवलप करती है। कंपनी ने हाल ही में पुणे में दो नई जमीनें खरीदी हैं, जिनका सकल विकास मूल्य (GDV) 4,300 करोड़ रुपये है। पूरे 2024-25 वित्तीय वर्ष में, कंपनी ने मुंबई महानगरीय क्षेत्र (MMR), बेंगलुरु और पुणे में 10 जमीनें हासिल कीं, जिनका कुल GDV लगभग 23,700 करोड़ रुपये है। यह कंपनी के पूरे साल के लक्ष्य से अधिक है। हालांकि, इन 10 सौदों में कितनी जमीनें पूरी तरह खरीदी गईं, इस बारे में कंपनी ने कोई जानकारी नहीं दी।
कंपनी ने अपनी ताजा कारोबारी जानकारी में बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में उसकी बिक्री बुकिंग 14 प्रतिशत बढ़कर 4,810 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 4,230 करोड़ रुपये थी। पूरे 2024-25 वित्तीय वर्ष में मैक्रोटेक डेवलपर्स की बिक्री बुकिंग 21 प्रतिशत बढ़कर 17,630 करोड़ रुपये तक पहुंच गई, जो 2023-24 में 14,520 करोड़ रुपये थी। यह कंपनी के लिए अब तक की सबसे ज्यादा सालाना बिक्री है।
बता दें कि मैक्रोटेक डेवलपर्स देश की अग्रणी रियल एस्टेट कंपनियों में से एक है। इसका मुख्य कारोबार MMR, पुणे और बेंगलुरु के आवासीय बाजारों में है। आवासीय परियोजनाओं के अलावा, कंपनी प्रमुख शहरों में औद्योगिक और लॉजिस्टिक्स पार्क भी बना रही है। साथ ही, यह कार्यालय और रिटेल रियल एस्टेट क्षेत्र में भी काम कर रही है।कंपनी के प्रमुख अभिषेक लोधा के नेतृत्व में मैक्रोटेक डेवलपर्स इस समय एक कानूनी विवाद में भी उलझी है। यह विवाद उनके छोटे भाई द्वारा शुरू की गई कंपनी ‘हाउस ऑफ अभिनंदन लोधा’ के साथ है, जो ‘लोधा’ ब्रांड नाम के उपयोग को लेकर है।