facebookmetapixel
UPITS-2025: प्रधानमंत्री मोदी करेंगे यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 का उद्घाटन, रूस बना पार्टनर कंट्रीGST कट के बाद ₹9,000 तक जा सकता है भाव, मोतीलाल ओसवाल ने इन दो शेयरों पर दी BUY रेटिंग₹21,000 करोड़ टेंडर से इस Railway Stock पर ब्रोकरेज बुलिशStock Market Opening: Sensex 300 अंक की तेजी के साथ 81,000 पार, Nifty 24,850 पर स्थिर; Infosys 3% चढ़ानेपाल में Gen-Z आंदोलन हुआ खत्म, सरकार ने सोशल मीडिया पर से हटाया बैनLIC की इस एक पॉलिसी में पूरे परिवार की हेल्थ और फाइनेंशियल सुरक्षा, जानिए कैसेStocks To Watch Today: Infosys, Vedanta, IRB Infra समेत इन स्टॉक्स पर आज करें फोकससुप्रीम कोर्ट ने कहा: बिहार में मतदाता सूची SIR में आधार को 12वें दस्तावेज के रूप में करें शामिलउत्तर प्रदेश में पहली बार ट्रांसमिशन चार्ज प्रति मेगावॉट/माह तय, ओपन एक्सेस उपभोक्ता को 26 पैसे/यूनिट देंगेबिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ इंटरव्यू में बोले CM विष्णु देव साय: नई औद्योगिक नीति बदल रही छत्तीसगढ़ की तस्वीर

Indian Real Estate: वैश्विक अनिश्चितता ने भारतीय रियल एस्टेट में पीई निवेश को 30% घटाया, घरेलू पूंजी हिस्सेदारी बढ़ी

यह गिरावट वैश्विक आर्थिक कारकों और भू-राजनीतिक अस्थिरता के कारण हुई है।

Last Updated- April 15, 2024 | 11:18 PM IST
Real Estate

भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र में निजी इक्विटी (पीई) सौदों का कुल मूल्य वित्त वर्ष 2023-24 में करीब 30 प्रतिशत घटकर 3.6 अरब डॉलर रह गया है। वित्त वर्ष 20 में यह 5.1 अरब डॉलर था। यह वित्त वर्ष 23 के 4.3 अरब डॉलर से 16 प्रतिशत कम है। सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।

एनारॉक कैपिटल की ‘फ्लक्स : वित्त वर्ष 24 वार्षिक संस्करण’ रिपोर्ट के अनुसार पिछले पांच वर्ष के दौरान वित्त वर्ष 21 में सबसे अधिक मूल्य के पीई सौदे हुए थे जिनकी कीमत 6.3 अरब डॉलर थी। वित्त वर्ष 24 में जितने सौदे हुए उनका 40 फीसदी एक ही सौदे से मिला। यह सौदा ब्रुकफील्ड इंडिया रीट और जीआईसी के बीच हुआ था जो 1.4 अरब डॉलर का था।

एनारॉक कैपिटल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी शोभित अग्रवाल ने कहा कि भारतीय रियल एस्टेट में पीई निवेश में गिरावट का कारण वैश्विक व्यापक आर्थिक कारक और भू-राजनीतिक अस्थिरता रही जिससे विदेशी निवेशकों की गतिविधियां कम रहीं।

उन्होंने कहा ‘कुल निवेश में विदेशी पूंजी की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 24 में घटकर 65 प्रतिशत रह गई जो वित्त वर्ष 20 में 78 प्रतिशत थी। इस तरह वित्त वर्ष 24 में घरेलू निवेशकों का निवेश भारतीय रियल एस्टेट में कुल पूंजी प्रवाह के 29 प्रतिशत तक बढ़ गया है। यह वित्त वर्ष 20 में यह केवल 8 प्रतिशत था।’

पिछले सप्ताह वेस्टियन की एक रिपोर्ट में उसके मुख्य कार्य अधिकारी श्रीनिवास राव ने इस बात पर प्रकाश डाला था कि घरेलू निवेशक भारत की विकास गाथा को लेकर उत्साहित हैं और रियल एस्टेट में निवेश जारी रखे हुए हैं। लेकिन विदेशी निवेशक सतर्क हैं।

First Published - April 15, 2024 | 11:18 PM IST

संबंधित पोस्ट