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Housing Price: घर खरीदना हुआ और महंगा, कीमत चढ़ने के मामले में 14वीं रैक पर पहुंचा भारत

नाइट फ्रैंक ने कहा कि उच्च ब्याज दर के जरिए महंगाई दर से निपटने के केंद्रीय बैंकों के प्रयासों के बावजूद वैश्विक स्तर पर आवास कीमतें बढ़ रही हैं।

Last Updated- December 15, 2023 | 5:47 PM IST
In five years, the number of vacant houses came down by 12 percent to 6.27 lakh units.

भारत सितंबर तिमाही में वैश्विक स्तर पर आवास मूल्य वृद्धि के लिहाज से 18 स्थान चढ़कर 14वें स्थान पर पहुंच गया। संपत्ति के बारे में परामर्श देने वाली नाइट फ्रैंक इंडिया के अनुसार इस दौरान देश में आवास मूल्य सालाना आधार पर छह प्रतिशत बढ़ा।

नाइट फ्रैंक का वैश्विक आवास मूल्य सूचकांक स्थानीय मुद्राओं में 56 देशों में मूल्य वृद्धि की निगरानी करता है। तुर्किये सालाना आधार पर 89.2 प्रतिशत मूल्य वृद्धि के साथ पहले स्थान पर है। इसके बाद क्रोएशिया (13.7 प्रतिशत), यूनान (11.9 प्रतिशत), कोलंबिया (11.2 प्रतिशत) और उत्तरी मैसेडोनिया (11 प्रतिशत) का स्थान है।

नाइट फ्रैंक ने कहा, ”उच्च ब्याज दर के जरिए मुद्रास्फीति से निपटने के केंद्रीय बैंकों के प्रयासों के बावजूद वैश्विक स्तर पर आवास कीमतें बढ़ रही हैं। औसत वार्षिक मूल्य वृद्धि 3.5 प्रतिशत है, जो महामारी से पहले के दस साल के औसत 3.7 प्रतिशत के करीब है।”

नजर रखे जाने वाले 56 बाजारों में 35 में वार्षिक मूल्य वृद्धि हुई, जबकि 21 में गिरावट देखी गई।

नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि मुद्रास्फीति के बढ़े हुए स्तर, मजबूत घरेलू आर्थिक बुनियाद और अपने घर की बढ़ती आकांक्षा के चलते ब्याज लागत अधिक होने के बावजूद भारत के प्रमुख आवासीय बाजारों में मांग बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि शहरीकरण में तेजी के साथ इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को अतिरिक्त गति मिल रही है।

First Published - December 15, 2023 | 5:47 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

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