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दिल्ली-एनसीआर के आवासीय मार्केट ने मुंबई और हैदराबाद को पछाड़ा

रियल एस्टेट डेटा एनालिटिक्स फर्म प्रॉपइक्विटी के मुताबिक 2024 के दौरान दिल्ली-एनसीआर में 1.53 लाख करोड़ रुपये मूल्य के मकान बिके,

Last Updated- March 11, 2025 | 3:06 PM IST
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दिल्ली-एनसीआर के आवासीय बाजार ने 2024 में मुंबई और हैदराबाद को पीछे छोड़ दिया है और यह एक लाख करोड़ रुपये बिक्री मूल्य क्लब में शामिल हो गया है। इस बाजार में सबसे अधिक गुररुग्राम के आवासीय बाजार में वृद्धि दर्ज की गई है। 2024 में टॉप 9 शहरों में मकानों का कुल बिक्री मूल्य 12 फीसदी बढ़कर रु 6.73 लाख करोड़ पर पहुंच गया, जो 2023 में 6 लाख करोड़ था। टॉप 9 शहरों में दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, नवी मुंबई, पुणे, ठाणे, कोलकाता, बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद शामिल हैं।

दिल्ली-एनसीआर में 2024 में कितने मूल्य के बिके मकान?

रियल एस्टेट डेटा एनालिटिक्स फर्म प्रॉपइक्विटी के मुताबिक 2024 के दौरान दिल्ली-एनसीआर में 1.53 लाख करोड़ रुपये मूल्य के मकान बिके, जो 2023 में बिके 94,143 करोड़ रुपये से 63 फीसदी अधिक हैं। साथ ही दिल्ली-एनसीआर में पहली बार मकानों की बिक्री का मूल्य एक लाख करोड़ रुपये पार गया और यह मार्केट एक लाख करोड़ रुपये बिक्री मूल्य के क्लब में शामिल हो गया। इसी के साथ दिल्ली-एनसीआर ने पहली बार मुंबई और हैदराबाद के आवासीय बाजार को पीछे छोड़ दिया। 2024 में मुंबई में मकानों का बिक्री मूल्य 13 फीसदी बढ़कर 1.38 लाख करोड़ रुपये और हैदराबाद में यह 18 फीसदी गिरकर 1.05 लाख करोड़ रुपये रह गया।

दिल्ली-एनसीआर के किस मार्केट ने किया सबसे अच्छा प्रदर्शन

दिल्ली-एनसीआर के आवासीय बाजार में सबसे अच्छा प्रदर्शन गुरुग्राम ने किया। अकेले गुरुग्राम ने ही हैदराबाद को पीछे छोड़ दिया, जबकि 2023 में गुरुग्राम में मकानों की बिक्री का मूल्य हैदराबाद से करीब आधा था। प्रॉपइक्विटी के संस्थापक एवं सीईओ समीर जसूजा ने कहा कि अकेले गुरुग्राम ने 1 लाख करोड़ से अधिक बिक्री के साथ दिल्ली एनसीआर में कुल बिक्री मूल्य में 66 फीसदी से अधिक का योगदान दिया और यह टॉप पर आ गया है।

गुरुग्राम बिक्री मूल्य की दृष्टि से केवल मुंबई से पीछे है। दिल्ली-एनसीआर के आवासीय बाजार में 2024 के दौरान गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद और नई दिल्ली जैसे शहरों में बिक्री मूल्य में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। हालांकि नोएडा में मामूली गिरावट देखी गई है। 2024 के दौरान दिल्ली-एनसीआर में औसत बिक्री मूल्य बढ़कर 12,469 रुपये प्रति वर्ग फुट पर आ गया है, जबकि यूनिट का साइज बढ़कर 2,229 वर्ग फुट हो गया है। आधे से ज्यादा मकान 2 करोड़ रुपये और अधिक कीमत के बिके। एक चौथाई बिक्री एक से दो करोड़ रुपये मूल्य के मकानों की हुई।

दिल्ली-एनसीआर के आवासीय बाजार में तेजी की क्या है वजह?

जसूजा ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास, बढ़ती कॉर्पोरेट मौजूदगी एवं रोज़गार के अवसरों की वजह से मकानों की कीमत और मांग में बढ़ोतरी हो रही है। दिल्ली-एनसीआर में ऑफिस लीज़िंग की मांग भी बढ़ रही है। दिल्ली में नई सरकार आने, दिल्ली मास्टर प्लान (एमपीडी) 2041 के कारण रियल एस्टेट सेक्टर में नई आपूर्ति में बढ़ोतरी होने का अनुमान है। रिपोर्ट के अनुसार 2023 में दिल्ली-एनसीआर में मकानों की बिक्री मूल्य ही हिस्सेदारी 16 फीसदी थी, जो 2024 में बढ़कर 23 फीसदी हो गई। मुंबई की हिस्सेदारी 20 फीसदी से बढ़कर 21 फीसदी हो गई, जबकि हैदराबाद की हिस्सेदारी 21 फीसदी से घटकर 16 फीसदी रह गई।

First Published - March 11, 2025 | 3:06 PM IST

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