facebookmetapixel
दक्षिण भारत के लोग ज्यादा ऋण के बोझ तले दबे; आंध्र, तेलंगाना लोन देनदारी में सबसे ऊपर, दिल्ली नीचेएनबीएफसी, फिनटेक के सूक्ष्म ऋण पर नियामक की नजर, कर्ज का बोझ काबू मेंHUL Q2FY26 Result: मुनाफा 3.6% बढ़कर ₹2,685 करोड़ पर पहुंचा, बिक्री में जीएसटी बदलाव का अल्पकालिक असरअमेरिका ने रूस की तेल कंपनियों पर लगाए नए प्रतिबंध, निजी रिफाइनरी होंगी प्रभावित!सोशल मीडिया कंपनियों के लिए बढ़ेगी अनुपालन लागत! AI जनरेटेड कंटेंट के लिए लेबलिंग और डिस्क्लेमर जरूरीभारत में स्वास्थ्य संबंधी पर्यटन तेजी से बढ़ा, होटलों के वेलनेस रूम किराये में 15 फीसदी तक बढ़ोतरीBigBasket ने दीवाली में इलेक्ट्रॉनिक्स और उपहारों की बिक्री में 500% उछाल दर्ज कर बनाया नया रिकॉर्डTVS ने नॉर्टन सुपरबाइक के डिजाइन की पहली झलक दिखाई, जारी किया स्केचसमृद्ध सांस्कृतिक विरासत वाला मिथिलांचल बदहाल: उद्योग धंधे धीरे-धीरे हो गए बंद, कोई नया निवेश आया नहींकेंद्रीय औषधि नियामक ने शुरू की डिजिटल निगरानी प्रणाली, कफ सिरप में DEGs की आपूर्ति पर कड़ी नजर

NBCC के CMD ने बता दिया टारगेट, चुनकर चौंक जाएंगें आप, क्या भागेगा शेयर?

NBCC के CMD ने कंपनी के लक्ष्य का खुलासा किया, साथ ही बताया कि कंपनी कैसे इस लक्ष्य को पूरा करेगी।

Last Updated- December 30, 2024 | 11:16 PM IST
NBCC Ltd targets to reach a consolidated order book of Rs 1 lakh crore by March next year NBCC के CMD ने कंपनी के लक्ष्य का खुलासा किया, साथ ही बताया कि कंपनी कैसे इस लक्ष्य को पूरा करेगी।

सरकारी स्वामित्व वाली एनबीसीसी लिमिटेड ने अगले साल मार्च तक मौजूदा 84,400 करोड़ रुपये से 1 लाख करोड़ रुपये के समेकित ऑर्डर बुक तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है, क्योंकि कंपनी पूरे भारत में कारोबार का विस्तार करना चाहती है।

एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड (NBCC (India) Ltd)प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंसी (पीएमसी), इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) और रियल एस्टेट कारोबार में है।

एनबीसीसी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) के पी महादेवस्वामी ने निवेशकों से कहा, “एनबीसीसी के पास करीब 84,000 करोड़ रुपये के ऑर्डर बुक हैं। हम इस वित्तीय वर्ष के अंत तक 1 लाख करोड़ रुपये हासिल करने का लक्ष्य बना रहे हैं।” निवेशकों के साथ चर्चा के अनुसार, उन्होंने कहा कि समेकित स्तर पर कुल ऑर्डर बुक 84,400 करोड़ रुपये है, जिसमें एनबीसीसी का हिस्सा करीब 70,400 करोड़ रुपये है। शेष ऑर्डर बुक इसकी सहायक कंपनियों की है। एचएससीएल (HSCL)की ऑर्डर बुक 8,093 करोड़ रुपये और एनएसएल की 200 करोड़ रुपये की है।

Mankind Pharma का बड़ा दाव, चीन के साथ मिलकर 8 हजार करोड़ के धंधे पर नजर

एनबीसीसी के सीएमडी ने आगे बताया कि कुल ऑर्डर बुक में से पीएमसी/ईपीसी का योगदान करीब 55 फीसदी और पुनर्विकास में 45 फीसदी है। निष्पादन समयसीमा के बारे में उन्होंने कहा कि पुनर्विकास परियोजनाओं में 4-5 साल लगते हैं, जबकि सामान्य पीएमसी में केवल 1.5-2 साल लगते हैं।

केंद्र सरकार की ओर से एनबीसीसी ने राष्ट्रीय राजधानी में कई आवासीय कॉलोनियों के पुनर्विकास का काम किया है। हाल ही में एनबीसीसी को सुपरटेक लिमिटेड (Supertech Ltd) की 16 रियल एस्टेट परियोजनाओं को करीब 9,500 करोड़ रुपये में पूरा करने के लिए परियोजना प्रबंधन सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया है, जिससे हजारों घर खरीदारों को राहत मिलेगी। एनबीसीसी पहले से ही आम्रपाली समूह (Amrapali Group) की रुकी हुई परियोजनाओं को पूरा कर रही है।

गुरुवार को एक विनियामक फाइलिंग में, कंपनी ने कहा कि राष्ट्रीय कंपनी कानून अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) ने “सुपरटेक लिमिटेड की 16 परियोजनाओं को पूरा करने के लिए एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड को परियोजना प्रबंधन सलाहकार नियुक्त किया है” एनबीसीसी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा और कर्नाटक में 49,748 घरों वाली 16 परियोजनाओं को पूरा करेगी।

दुनिया की टॉप Audit एजेंसी की रिपोर्ट, इन सेक्टर्स में बरसेगा अब पैसा ही पैसा

एनबीसीसी ने कहा, “परियोजना की संभावित निर्माण लागत लगभग 9,445 करोड़ रुपये है, जिसमें 3 प्रतिशत आकस्मिकता शामिल है। परामर्श शुल्क 8 प्रतिशत तय किया गया है, जिसमें 1 प्रतिशत विपणन शुल्क शामिल है।” कंपनी को “बिना किसी दायित्व के सलाहकार नियुक्त किया गया है, और यह तीन वर्षों के भीतर सुपरटेक परियोजनाओं को पूरा करेगी”।

इस वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान एनबीसीसी की कुल आय पिछले वर्ष की इसी अवधि के 2,134.36 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,525.95 करोड़ रुपये हो गई। कंपनी ने सितंबर तिमाही में समेकित शुद्ध लाभ में 53 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो 125.13 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 81.90 करोड़ रुपये था।

 

Video: Budget 2025: चीनी ड्रैगन की भारत के 8 लाख 60 हजार करोड़ के धंधे पर काली नजर

 

First Published - December 15, 2024 | 4:45 PM IST

संबंधित पोस्ट