मुंबई और आसपास के इलाकों की विभिन्न आवास एवं शहरी विकास परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए महात्मा फुले रिन्यूएबल एनर्जी एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी लिमिटेड (MAHAPREIT) ने सार्वजनिक क्षेत्र की नवरत्न कंपनी एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। ये दोनों कंपनियों संयुक्त रूप से मुंबई महानगरीय क्षेत्र की 56 आवासीय परिसरों का पुनर्विकास करेगी। ये परियोजनाएं करीब 25 हजार करोड़ रुपये की हैं।
इस साझेदारी के तहत एनबीसीसी और महाप्रीत महाराष्ट्र में प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में सहयोग करेंगे । जिसमें ठाणे नगर निगम में क्लस्टर विकास परियोजनाएं, , भिवंडी नगर निगम और चंद्रपुर नगर निगम , डेटा सेंटर, नवीकरणीय ऊर्जा पहल, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में झुग्गी पुनर्वास परियोजनाएं और प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत विभिन्न आवासीय परियोजनाएं शामिल हैं। महाप्रीत मुंबई में लगभग 56 एसआरए परियोजनाओं का क्रियान्वयन करेगी। एमएमआर और विशेष रूप से मुंबई शहर की विभिन्न निजी सहकारी आवास समितियां अपने क्षेत्रों के पुनर्विकास के लिए महाप्रीत के साथ चर्चा कर रही हैं।
महाप्रीत ईएसजी अनुपालन, स्वच्छ और हरित ऊर्जा मानदंडों को अपनाने, अपशिष्ट पुनर्चक्रण, डी कार्बोनाइज्ड सामग्री, नवीनतम और पर्यावरण अनुकूल लचीली निर्माण प्रौद्योगिकियों, राष्ट्रीय पर्यावरण अनुकूल मानकों, राज्य के कमजोर वर्गों के लिए रोजगार के अवसरों का सृजन और परियोजना निगरानी के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। महाप्रीत कंपनी परियोजना कार्यान्वयन में सबसे आगे है। इसके अलावा, महाप्रीत और एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड की विशेषज्ञता और कौशल के लाभों पर विचार करते हुए, दोनों सरकारी एजेंसियों ने समान हित की परियोजनाओं पर पीएमसी या ईपीसी आधार पर परियोजनाओं को लागू करने का निर्णय लिया है।
महाप्रीत के प्रबंध निदेशक बिपिन श्रीमाली ने कहा कि एनबीसीसी और महाप्रीत के बीच सहयोग से पुनर्विकास कार्यों में मदद मिलेगी और आवासीय परिसरों के पुनर्विकास का अवसर मिलेगा। केंद्र सरकार की एजेंसियों के पास डेवलपर्स का चयन करने का विकल्प है, लेकिन पुनर्विकास कार्य राज्य सरकार के नियमों के अनुसार किया जाएगा।
एनबीसीसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक के पी महादेवस्वामी एनबीसीसी (इंडिया) मुंबई और महाप्रीत के बीच संयुक्त सहयोग से मुंबई और मुंबई क्षेत्र में पुनर्विकास परियोजनाओं के कार्यान्वयन को बढ़ावा मिलेगा। इसी प्रकार की परियोजनाएं नई दिल्ली एवं अन्य राज्यों में भी संयुक्त रूप से क्रियान्वित की जाएंगी। 25 हजार करोड़ रुपये के अनुमानित मूल्य वाली इन परियोजनाओं को अगले तीन से पांच वर्षों में चरणबद्ध तरीके से क्रियान्वित किया जाएगा।
इस अवसर पर महाप्रीत निदेशक पुरुषोत्तम जाधव, कार्यकारी निदेशक सुभाष नागे, परियोजना निदेशक पी. आर.के. मूर्ति, कार्यकारी निदेशक सुनील पोटे, एनबीसीसी (भारत) नई दिल्ली के कार्यकारी निदेशक प्रदीप शर्मा, कार्यकारी निदेशक प्रवीण डोईफोडे और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। गौरतलब है कि एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड बड़ी आवासीय परियोजनाओं, आईटी भवनों के निर्माण के साथ-साथ भारत और विदेशों में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की अवधारणा, कार्यान्वयन और वित्तपोषण के क्षेत्र में कार्यरत है।