एडटेक फर्म के सबसे बड़े संस्थागत निवेशक प्रोसस (Prosus ) ने कहा है कि बैजूस (Byju’s) की रिपोर्टिंग और गवर्नेंस स्ट्रक्चर पर्याप्त रूप से वैसी विकसित नहीं हो पाई, जिस स्केल की कंपनी थी। एक महीने पहले इसके प्रतिनिधि (representative) के बैजूस बोर्ड से बाहर निकलने के बाद से यह प्रोसस (Prosus) का पहला आधिकारिक बयान है।
नीदरलैंड की फर्म ने कहा कि 2018 में प्रोसस के पहले निवेश के बाद से बैजूस में काफी तेजी से वृद्धि हुई है, लेकिन समय के साथ इसकी रिपोर्टिंग और गवर्नेंस स्ट्रक्चर कंपनी के स्केल के मुताबिक पर्याप्त रूप से विकसित नहीं हो सकी।
Prosus ने यह भी कहा कि बैजूस के कार्यकारी नेतृत्व (executive leadership) ने अपने निदेशक (डॉयरेक्टर) की सिफारिशों को नहीं माना, जिसकी वजह से वे बोर्ड से हटने का निर्णय लेने के लिए मजबूर हो गए।
बयान में कहा गया, ‘हमारे डॉयरेक्टर के बार-बार प्रयासों के बावजूद, बैजूस के कार्यकारी नेतृत्व ने रणनीतिक, ऑपरेशनल, कानूनी और कॉर्पोरेट गवर्नेंस मामलों से संबंधित सलाह और सिफारिशों की नियमित रूप से उपेक्षा की। हमारे डॉयरेक्टर द्वारा बैजूस बोर्ड से इस्तीफा देने का निर्णय तब लिया गया जब यह स्पष्ट हो गया कि वह (प्रोसस डॉयरेक्टर) कंपनी और उसके हितधारकों (stakeholders) के दीर्घकालिक हितों (long-term interests) को लेकर अपनी जिम्मेदारी पूरा करने में असमर्थ हैं।’
जून में, प्रोसस के रसेल ड्रेसेनस्टॉक (Russell Dreisenstock ) ने Peak XV Partners के जीवी शंकर और Chan Zuckerberg Initiative के विवियन वू (Vivian Wu) के साथ बैजूस के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया।
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Prosus ने अपने बयान में यह भी कहा कि बैजूस भारतीय स्टार्ट-अप इकोसिस्टम की एक महत्वपूर्ण ऐसेट है और वह एडटेक फर्म की क्षमता पर विश्वास करना जारी रखेगा। इसमें कहा गया है कि बैजूस भारत और शिक्षा को एक साथ जोड़ता है जो प्रोसस के लिए निवेश के दो महत्वपूर्ण और रणनीतिक क्षेत्र हैं।
प्रोसस, जिसने भारत में 5 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया है, ने कहा कि वह एडटेक और बैजूस की स्टोरी पर विश्वास करना जारी रखेगा। ‘हालांकि अब कंपनी के बोर्ड में हमारा कोई प्रतिनिधित्व नहीं है, फिर भी हम बैजूस की क्षमता और भारत और दुनिया भर में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच में क्रांति लाने में इसकी भूमिका पर विश्वास करते हैं। प्रोसस कंपनी और उसके हितधारकों के दीर्घकालिक हितों की रक्षा के लिए अन्य शेयरधारकों और सरकारी अधिकारियों के साथ सहयोग करते हुए अपने अधिकारों का दावा करना जारी रखेगा।
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