मैक्स लाइफ इंश्योरेंस ऐक्सिस बैंक के पूंजी निवेश के बाद मैक्स फाइनैंशियल सर्विसेज में विलय की संभावनाएं तलाशेगी। मैक्स लाइफ इंश्योरेंस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी प्रशांत त्रिपाठी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये मनोजित साहा के साथ बातचीत में यह बात कही। मुख्य अंश:
ऐक्सिस बैंक ने मैक्स लाइफ में अपनी हिस्सेदारी 7 फीसदी बढ़ाकर 19.02 फीसदी करने का निर्णय लिया है। ऐसी खबरें आ रही थीं कि बाजार नियामक ने मैक्स लाइफ से स्पष्टीकरण मांगा है। इन स्पष्टीकरणों की क्या प्रवृत्ति है?
यह सौदा ऐक्सिस बैंक के लिए 20 फीसदी तक जाने के लिए था। इसके बाद भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (इरडा) को मूल्य निर्धारण को लेकर आपत्ति थी और उसने हमें मूल्यांकन की रियायती नकदी प्रवाह पद्धति का पालन करने के लिए कहा। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) हमसे पहले उपयोग की गई मूल्यांकन पद्धति के बारे में पूछता है। हमने जवाब दे दिया है। अब हमें सेबी की प्रतिक्रिया का इंतजार है। प्रस्ताव और मूल्यांकन पद्धति को 99.9 फीसदी शेयरधारकों ने मंजूर किया है।
मैक्स लाइफ इंश्योरेंस के लिए इस सौदे का क्या मतलब है?
यह सभी हितधारकों के लिए अच्छा है। सबसे बड़ा हितधारक मैक्स लाइफ इंश्योरेंस है। हमें अपनी कंपनी में 1,612 करोड़ रुपये की प्राथमिक पूंजी मिलने वाली है। हमारा ऋण चुकाने का अनुपात 188 था। इसमें 39 फीसदी का उछाल आएगा। इसलिए हमारे पास पर्याप्त पूंजी रहेगी। यह एक बढ़ती हुई कंपनी है। किसी भी जीवन बीमा या वित्त सेवा कंपनी को बढ़ने के लिए पूंजी की जरूरत होती है। इसलिए यह हमें कम से कम हो वर्षों के लिए पर्याप्त पूंजी देगा। यह हमारे लिए उपलब्धि है।
धन जुटाने और सूचीबद्धता के लिए आईपीओ के बारे में आप क्या सोचते हैं?
मैक्स फाइनैंशियल सर्विसेज एक सूचीबद्ध कंपनी है। हम सिर्फ सहायक कंपनी है। एक बार जब ऐक्सिस बैंक की हिस्सेदारी पूरी हो जाएगी और 20 फीसदी तक पहुंच जाएगी तब हम सूचीबद्ध होने की सभी संभावनाएं तलाशेंगे। हम एक ऐसे रास्ते की भी तलाश कर सकते हैं जिससे मैक्स फाइनैंशियल सर्विसेज और मैक्स लाइफ इंश्योरेंस एकीकृत होकर सूचीबद्ध कंपनी बन जाए।
आपका मतलब है कि आप मैक्स फाइनेंशियल सर्विसेज के साथ रिवर्स मर्जर के लिए जा रहे हैं?
हम उन कुछ स्थिति की समीक्षा करेंगे। दो सूचीबद्ध कंपनियों का कोई मतलब नहीं है।
आपने कोई समयसीमा तय की है?
ऐक्सिस लेनदेन पूरा होने के बाद हम कोशिश करेंगे। इस लेनदेन को पूरा होने में चार से छह महीने लगेंगे, हम यही उम्मीद कर रहे हैं। कुछ कानून प्रक्रियाएं हैं जिनका हमें पालन करना होगा।
मैक्स लाइफ ने अप्रैल-अगस्त अवधि के दौरान नए बिजनेस प्रीमियम में 27 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है। इस वित्त वर्ष में आपको क्या उम्मीद है?
हमने यह सुनिश्चित किया है कि मार्च को छोड़कर, लगभग पूरे वर्ष वृद्धि रहेगी। कर परिवर्तनों के कारण मार्च एक असामान्य महीना था। हम 20 फीसदी से अधिक के दायरे में रहने का प्रयास करने जा रहे हैं, इसलिए यह हमारा लक्ष्य होगा।
कहा जा रहा है कि सरेंडर या लैप्स हो चुकी पॉलिसियों की संख्या बढ़ी है। यह व्यापक आर्थिक कारकों के कारण है। क्या आप इसे एक चुनौती के रूप में देखते हैं?
नहीं, मैंने हमारी कंपनी में ऐसा नहीं देखा है। हम संख्या के संदर्भ में नहीं देख रहे हैं। सरेंडर की जाने वाली पॉलिसियों की संख्या अधिक है। बहुत से लोग जिनके पास यूनिट-लिंक्ड बीमा योजनाएं हैं उन्होंने वास्तव में अपना पैसा निकालने का फैसला किया जब उन्हें लगा कि बाजार नीचे जा रहा है।