रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की डिजिटल इकाई जियो प्लेटफॉर्म्स का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष (2024-25) की जनवरी-मार्च तिमाही में 25.7 प्रतिशत बढ़कर 7,022 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने बताया कि उसका मुनाफा मुख्य रूप से प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व बढ़ने के कारण बढ़ा। कंपनी ने एक साल पहले इसी अवधि में 5,587 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। मार्च तिमाही के दौरान जियो प्लेटफॉर्म्स का प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) 13.5 प्रतिशत बढ़कर 206.2 रुपये रहा, जो मार्च, 2024 तिमाही में 181.7 रुपये था। दूरसंचार सेवा कंपनी रिलायंस जियो सहित जियो प्लेटफॉर्म्स का परिचालन राजस्व समीक्षाधीन तिमाही में सालाना आधार पर 17.7 प्रतिशत बढ़कर 33,986 करोड़ रुपये हो गया। यह मार्च, 2024 तिमाही में 28,871 करोड़ रुपये था।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र का शुद्ध लाभ 23 प्रतिशत बढ़ा
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही में 23 प्रतिशत बढ़कर 1,493 करोड़ रुपये हो गया। पुणे स्थित बैंक का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2023-24 की समान तिमाही में 1,218 करोड़ रुपये रहा था। समीक्षाधीन तिमाही में कुल आय बढ़कर 7,711 करोड़ रुपये हो गई, जो 2023-24 की समान तिमाही में 6,488 करोड़ रुपये थी। बैंक की ब्याज आय आलोच्य तिमाही में बढ़कर 6,731 करोड़ रुपये हो गई, जो 2023-24 की समान तिमाही में 5,467 करोड़ रुपये थी। बैंक के निदेशक मंडल ने पिछले वित्त वर्ष के लिए 1.5 रुपये प्रति शेयर यानी 15 प्रतिशत का लाभांश देने की सिफारिश की है।
डीसीबी बैंक के मुनाफे में 14 प्रतिशत का इजाफा
निजी क्षेत्र के ऋणदाता डीसीबी बैंक का जनवरी-मार्च तिमाही में शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 14 प्रतिशत बढ़कर 177 करोड़ रुपये हो गया। बैंक ने पिछले साल की समान अवधि में 155.68 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। डीसीबी बैंक ने शुक्रवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही में इसकी कुल आय सालाना आधार पर 1,581 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,961 करोड़ रुपये हो गई।
समीक्षाधीन तिमाही में बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) 2.99 प्रतिशत रही जबकि एक साल पहले की इस अवधि में 3.23 प्रतिशत थी। बैंक का शुद्ध एनपीए 1.12 प्रतिशत हो गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 1.11 प्रतिशत था। बैंक के निदेशक मंडल ने प्रति शेयर 1.35 रुपये का लाभांश देने की सिफारिश की है। हालांकि इसके लिए आगामी वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में शेयरधारकों की और अन्य अपेक्षित मंजूरी आवश्यक होगी।
श्रीराम फाइनैंस का शुद्ध लाभ 6 प्रतिशत बढ़ा
देश की सबसे बड़ी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में शामिल श्रीराम फाइनैंस ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही के दौरान समेकित शुद्ध लाभ में छह प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और यह बढ़कर 2,143.77 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 2,021.28 करोड़ रुपये था। इस तिमाही के दौरान श्रीराम हाउसिंग फाइनैंस के विनिवेश के कारण 1,553.66 करोड़ रुपये का एकमुश्त असाधारण लाभ हुआ।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान कंपनी की कुल आय भी 21 प्रतिशत बढ़कर 11,460.25 करोड़ रुपये हो गई, जबकि साल 2023-24 की जनवरी से मार्च की अवधि के दौरान यह 9,497.85 करोड़ रुपये थी। श्रीराम फाइनैंस ने कहा कि निदेशक मंडल ने विविधता की अपनी योजना के तहत मोबाइल वॉलेट और प्रीपेड कार्ड की पेशकश करते हुए भुगतान कारोबार में प्रवेश करने की योजना को मंजूरी दे दी है।
कंपनी ने कहा, ‘अपने ग्राहकों के लिए नकद लेनदेन के वास्ते सुरक्षित, सुविधाजनक और सुव्यवस्थित विकल्प प्रदान करते हुए मोबाइल वॉलेट, प्रीपेड कार्ड (फूड कार्ड, गिफ्ट कार्ड) और फास्टैग के जरिये भुगतान सेवाएं प्रदान करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।’
हिंदुस्तान जिंक के शुद्ध लाभ में 47.4 प्रतिशत की वृद्धि
वेदांत समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक ने वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही के दौरान अपने समेकित शुद्ध लाभ में पिछले वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 47.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और यह बढ़कर 3,003 करोड़ रुपये हो गई। इसके कुल राजस्व में वृद्धि और उत्पादन की कम लागत के कारण हुआ।
जनवरी-मार्च तिमाही में पिछले साल की तुलना में जस्ता और चांदी की उत्पादक कंपनी का परिचालन से कुल राजस्व 20.4 प्रतिशत बढ़कर 9,087 करोड़ रुपये हो गया। हिंदुस्तान जिंक के मुख्य कार्य अधिकारी अरुण मिश्रा ने आय परिणाम की बातचीत में कहा कि परिचालन से राजस्व में यह वृद्धि अधिक शुद्ध बिक्री तथा जस्ता और चांदी की कीमतों में वृद्धि के कारण हुई, जिसे मजबूत डॉलर से और समर्थन मिला तथा आंशिक रूप से जस्ते और चांदी की कम बिक्री का असर पड़ा। कंपनी ने वित्त वर्ष 25 में 77 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी के साथ जस्ते की 603 हजार टन की अपनी अब तक की सबसे अधिक घरेलू बिक्री भी दर्ज की।
एनडीटीवी को 61.97 करोड़ रुपये का घाटा
मीडिया कंपनी न्यू दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड (एनडीटीवी) को वित्त वर्ष 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही में 61.97 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध घाटा हुआ है। कंपनी को अपनी मौजूदगी बढ़ाने, बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण और दीर्घकालिक मूल्य क्षमता तैयार करने के रणनीतिक कदमों के कारण यह नुकसान उठाना पड़ा है। एनडीटीवी ने शेयर बाजार को दी सूचना में यह जानकारी दी।