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Q3 Results: अरबिंदो फार्मा का मुनाफा 91% बढ़ा, NHPC का 19% घटा, कोल इंडिया का 17% बढ़ा, भारत फोर्ज का 222% बढ़ा

अरबिंदो फार्मा का राजस्व 14.7 फीसदी बढ़कर 7,352 करोड़ रुपये हो गया।

Last Updated- February 12, 2024 | 10:46 PM IST
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हैदराबाद की प्रमुख दवा कंपनी अरबिंदो फार्मा का वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ एक साल पहले की इसी अवधि की तुलना में 91.43 फीसदी बढ़कर 939.97 करोड़ रुपये हो गया।

नियामकीय फाइलिंग में कंपनी ने बताया कि इस दौरान उसका परिचालन से राजस्व 14.7 फीसदी बढ़कर 7,352 करोड़ रुपये हो गया। क्रमिक आधार पर कंपनी का शुद्ध लाभ पिछली तिमाही के मुकाबले 24.17 फीसदी बढ़कर 757 करोड़ रुपये और राजस्व 1.8 फीसदी बढ़कर 7,219 करोड़ रहा।

वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में फॉर्मूलेशन से राजस्व भी एक साल पहले की दूसरी तिमाही के मुकाबले 17.2 फीसदी बढ़कर 6,291 करोड़ रुपये रहा जो पिछली तिमाही से 5.4 फीसदी बढ़कर 5,968 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी के राजस्व में अंतरराष्ट्रीय बाजार की 89 फीसदी हिस्सेदारी रही जबकि घरेलू बाजार का योगदान 11 फीसदी रहा।

कंपनी के समेकित राजस्व में अमेरिकी फॉर्मूलेशन (प्यूर्तो रिको को छोड़कर) का योगदान 51.1 फीसदी बढ़ा। कंपनी का अमेरिकी राजस्व एक साल पहले के मुकाबले 28.9 फीसदी बढ़कर 3,756 करोड़ रुपये रहा। उसके बाद यूरोपीय फॉर्मूलेशन का राजस्व भी एक साल पहले के मुकाबले 1.6 फीसदी बढ़कर 1,728 करोड़ रुपये रहा।

एनएचपीसी का लाभ 19 प्रतिशत घटा

सरकारी स्वामित्व वाली बिजली उत्पादक कंपनी एनएचपीसी का चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में खर्च बढ़ने से एकीकृत शुद्ध लाभ 19 प्रतिशत गिरकर 628.44 करोड़ रुपये पर आ गया। एनएचपीसी ने सोमवार को शेयर बाजार को दिसंबर तिमाही के वित्तीय नतीजों की जानकारी दी। एक साल पहले की समान अवधि में उसका शुद्ध लाभ 775.99 करोड़ रुपये रहा था।

आलोच्य तिमाही में कंपनी की कुल आय भी एक साल पहले के 2,691.34 करोड़ रुपये से घटकर 2,549.69 करोड़ रुपये रह गई। समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी का खर्च बढ़कर 1,727.85 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 1,303.06 करोड़ रुपये था।

इस बीच, एनएचपीसी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए शेयरधारकों को प्रति शेयर 1.40 रुपये का अंतरिम लाभांश देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। लाभांश भुगतान के लिए शेयरधारकों की पात्रता को 22 फरवरी की तारीख के आधार पर तय किया गया है। ऊर्जा मंत्रालय के अधीन कार्यरत एनएचपीसी देश में पनबिजली की अग्रणी उत्पादक है।

कोल इंडिया का लाभ 17 प्रतिशत बढ़ा

सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लि. (सीआईएल) का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी दिसंबर में समाप्त तिमाही में 16.9 प्रतिशत बढ़कर 9,069.19 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी ने शेयर बाजारों को यह जानकारी दी।

कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ एक साल पहले इसी तिमाही में 7,755.55 करोड़ रुपये था। कंपनी की एकीकृत परिचालन आय अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में बढ़कर 36,153.97 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 35,169.33 करोड़ रुपये थी।

भारत फोर्ज का मुनाफा तीन गुना बढ़ा, शेयर गिरा

भारत की प्रख्यात फोर्जिंग निर्माता कंपनियों में शुमार भारत फोर्ज का कर-बाद लाभ (पीएटी) दिसंबर तिमाही में 222 प्रतिशत बढ़कर 254.4 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का समेकित राजस्व एक साल पहले के मुकाबले 15.2 प्रतिशत बढ़कर 3,866 करोड़ रुपये दर्ज किया गया है।

तिमाही आधार पर राजस्व 2.4 प्रतिशत और पीएटी 18.6 प्रतिशत तक बढ़ा है।

कंपनी का शेयर सोमवार को दिन के कारोबार 14 प्रतिशत तक गिर गया था। प्रबंधन द्वारा चौथी तिमाही और पूरे वित्त वर्ष 2025, दोनों के लिए वृद्धि के अनुमान में संशोधन किए जाने की वजह से शेयर में यह कमजोरी आई। टेलीविजन चैनलों से बात करते हुए भारत फोर्ज के उप प्रबंध निदेशक अमित कल्याणी ने कहा कि यूरोप में उनके निर्यात को लागत दबाव और अन्य भूराजनीतिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होंने सीएनबीसी-टीवी18 के साथ बातचीत में कहा, ‘हम वृद्धि बरकरार रखेंगे क्योंकि हमारा पास इसके कई कारण हैं। इस साल हम 20 प्रतिशत की दर से बढ़ रहे थे। ऐसे नहीं सोचना चाहिए कि यह टिकाऊ है। समुद्री, रेल, कृषि, खनन आदि ऐसे क्षेत्र हैं जो विदेश में दबाव में हैं।’ मगर कंपनी को लगता है कि उसे बाजार हिस्सेदारी में बढ़त मिलेगी। कल्याणी ने यह भी कहा कि चीन वाले क्षेत्रों पर दबाव दिखेगा।

First Published - February 12, 2024 | 10:46 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

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