वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में अभी तक जारी नतीजों से संकेत मिलता है कि कंपनियों की आय और मुनाफे में और नरमी आई है। अभी तक 167 कंपनियों के नतीजे जारी हुए हैं और चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में उनका कुल शुद्ध मुनाफा इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि से महज 5 फीसदी बढ़ा है जबकि वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में यह 16 फीसदी बढ़ा था।
बिज़नेस स्टैंडर्ड के नमूने में शामिल 167 कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 90,685 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 86,388 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 87,569 करोड़ रुपये था।
अर्थव्यवस्था में कमजोर मांग को देखते हुए आगे भी कंपनियों की आय वृद्धि नरम रहने के आसार हैं, जो शेयर बाजार और कंपनियों के लिए चिंता का सबब हो सकता है। नमूने में शामिल कंपनियों की वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में शुद्ध बिक्री या आय वृद्धि 5 तिमाही में सबसे कम रही है। इन कंपनियों की कुल आय चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 7.4 लाख करोड़ रुपये रही जो वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में 6.92 लाख करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 7.22 लाख करोड़ रुपये थी।
सिस्टमैटिक्स इंस्टीट्यूशनल इक्विटी में शोध एवं इक्विटी स्ट्रैटजी के सह-प्रमुख धनंजय सिन्हा ने कहा, ‘आईटी क्षेत्र को छोड़ दें तो अभी तक आए नतीजे निराशाजनक रहे हैं। आईटी कंपनियों की आय और मुनाफा वृद्धि हमारे अनुमान से थोड़ी बेहतर रही है। बैंक के नतीजों से उधारी वृद्धि और मार्जिन पर दबाव का संकेत मिलता है। एफएमसीजी, वाहन, रिटेल और सीमेंट जैसे क्षेत्रों में कमजोर मांग और मार्जिन का दबाव दिख रहा है।’
अभी तक आए ज्यादातर नतीजे बैंकों और आईटी कंपनियों के हैं। नमूने में शामिल कंपनियों के कुल मुनाफे में इन दोनों क्षेत्रों की हिस्सेदारी 71 फीसदी है। इसी तरह कंपनियों की कुल आय में भी इनका 50.1 फीसदी हिस्सा है।
इसके अलावा अभी तक आए नतीजों में कंपनियों की कुल आय में 31.3 फीसदी और मुनाफे में 18.3 फीसदी योगदान रिलायंस इंडस्ट्रीज का है। देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के नतीजों ने भी निराश किया है। वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में रिलायंस के शुद्ध मुनाफे में 4.8 फीसदी और आय में 0.2 फीसदी की गिरावट आई है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इन्फोसिस, विप्रो और एचसीएल टेक्नोलॉजीज सहित 16 आईटी कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 26,906 करोड़ रुपये की तुलना में 10.4 फीसदी बढ़कर 29,703 करोड़ रुपये रहा।
वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में इन कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा 2.6 फीसदी और वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 9.2 फीसदी बढ़ा था।
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में आईटी कंपनियों की कुल आय इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 5.7 फीसदी बढ़कर 1.89 लाख करोड़ रुपये रही, जो पिछली 5 तिमाही में सबसे तेज वृद्धि है।
मगर इन कंपनियों की कुल शुद्ध आय महज 5.7 फीसदी बढ़ी है। आय और मुनाफा वृद्धि में नरमी के बावजूद बीएफएसआई कंपनियों का प्रदर्शन अपेक्षाकृत बेहतर रहा है। हालांकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि से इस क्षेत्र के नतीजों की पूरी तरह तुलना नहीं की जा सकती क्योंकि ऐक्सिस बैंक ने मार्च 2023 में 1.41 अरब डॉलर में सिटीबैंक इंडिया के रिटेल कारोबार का अधिग्रहण किया था।
हमारे नमूने में शामिल 46 बीएफएसआई कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही के 30,953 करोड़ रुपये से 12.2 फीसदी बढ़कर 34,727 करोड़ रुपये रहा।
बीएफएसआई कंपनियों की सकल ब्याज आय वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के 1.61 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 13.2 फीसदी बढ़कर 1.83 लाख करोड़ रुपये रही।
सकल ब्याज आय में वृद्धि पिछली दस तिमाही में सबसे कम रही। बीएफएसआई कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में 55,958 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में 55,435 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 54,552 करोड़ रुपये था।