facebookmetapixel
Stock Market Today: गिफ्ट निफ्टी में तेजी, एशियाई बाजार हरे निशान पर; जापान पीएम इशिबा ने दिया इस्तीफाStocks To Watch Today: अदाणी पावर-भूटान डील, टाटा-महिंद्रा कारें हुईं सस्ती; जानें आज किन स्टॉक्स पर ध्यान देंसीतारमण बोलीं- GST दर कटौती से खपत बढ़ेगी, निवेश आएगा और नई नौकरियां आएंगीबालाजी वेफर्स में 10% हिस्सा बेचेंगे प्रवर्तक, डील की वैल्यूएशन 40,000 करोड़ रुपये तकसेमीकंडक्टर में छलांग: भारत ने 7 नैनोमीटर चिप निर्माण का खाका किया तैयार, टाटा फैब बनेगा बड़ा आधारअमेरिकी टैरिफ से झटका खाने के बाद ब्रिटेन, यूरोपीय संघ पर नजर टिकाए कोलकाता का चमड़ा उद्योगबिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ इंटरव्यू में बोलीं सीतारमण: GST सुधार से हर उपभोक्ता को लाभ, मांग में आएगा बड़ा उछालGST कटौती से व्यापारिक चुनौतियों से आंशिक राहत: महेश नंदूरकरभारतीय IT कंपनियों पर संकट: अमेरिकी दक्षिणपंथियों ने उठाई आउटसोर्सिंग रोकने की मांग, ट्रंप से कार्रवाई की अपीलBRICS Summit 2025: मोदी की जगह जयशंकर लेंगे भाग, अमेरिका-रूस के बीच संतुलन साधने की कोशिश में भारत

Q1FY25: चुनौतीपूर्ण पहली तिमाही के बाद … Reliance, BPCL को सुधार की उम्मीद

O2C श्रेणी में RIL का EBITDA एक साल पहले की तुलना में 14 प्रतिशत घटकर 13,093 करोड़ रुपये रहा। प्रबंधन ने पेट्रोल क्रैक में नरमी को इसकी मुख्य वजह बताया।

Last Updated- July 21, 2024 | 9:38 PM IST
तेल फर्मों के मार्केटिंग बजट में मजबूती, आवंटित किए गए 4.91 फीसदी ज्यादा धन, Marketing budget of oil firms strengthened, 4.91 percent more funds allocated
Representative Image

रिफाइनिंग मार्जिन में कमजोरी की वजह से जून में समाप्त मुश्किलों वाली तिमाही के बाद सरकारी कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (BPCL) और निजी क्षेत्र की रिफाइनर रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) को वित्त वर्ष 25 में आगे चलकर बेहतरी की उम्मीद है। उन्हें लगता है कि अमेरिका के ड्राइविंग सीजन और अन्य कारकों से रिफाइनिंग संभावनाओं में सुधार आएगा।

तेल से रसायन (O2C) कारोबार पर टिप्पणी करते हुए शुक्रवार को आरआईएल के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) वी श्रीकांत ने विश्लेषकों से कहा, ‘जब आप निकट अवधि से मध्य अवधि में देखते हैं तो ड्राइविंग सीजन की मांग जैसे कारक आम तौर पर पेट्रोल की मांग में वृद्धि का कारण बनते हैं।’

BPCL के वित्तीय अधिकारियों ने भी शनिवार को निवेशकों के साथ चर्चा में इसी तरह की उम्मीद जताई। कंपनी के अधिकारियों ने विश्लेषकों को बताया कि उन्हें उम्मीद है कि आने वाली तिमाहियों में अमेरिका के ड्राइविंग सीजन के कारण उत्पाद क्रैक बढ़ेंगे जिससे स्टॉक का स्तर कम होगा और सकल रिफाइनिंग मार्जिन (जीआरएम) बेहतर होगा। एक बैरल कच्चे तेल और उससे रिफाइंड किए गए किसी उत्पाद की कीमत के बीच के अंतर क्रैक को कहते हैं।

अमेरिका के मेमोरियल डे को अमेरिका के ड्राइविंग सीजन की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है, जिसमें छुट्टियों की वजह से परिवहन में इस्तेमाल ईंधन की मांग में उछाल देखी जाती है। इस कारण ईंधन बाजार की वैश्विक धारणाओं पर असर पड़ता है।

ओ2सी श्रेणी में आरआईएल का एबिटा एक साल पहले की तुलना में 14 प्रतिशत घटकर 13,093 करोड़ रुपये रहा। प्रबंधन ने पेट्रोल क्रैक में नरमी को इसकी मुख्य वजह बताया। ओ2सी श्रेणी की कमजोरी ने आरआईएल के कुल शुद्ध लाभ को भी पिछले साल की तुलना में 5.5 प्रतिशत कम कर दिया। एबिटा ब्याज, कराधान, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई है।

First Published - July 21, 2024 | 9:38 PM IST

संबंधित पोस्ट