वित्त वर्ष 2024 की अप्रैल-जून तिमाही में शुरुआती कमजोर नतीजों के बाद कॉरपोरेट आय में बड़ा सुधार दर्ज किया जा रहा है। अब तक अपने तिमाही नतीजे घोषित कर चुकीं 983 लिस्टेड कंपनियों का संयुक्त शुद्ध लाभ (combined net profit) जून तिमाही में सालाना आधार पर 64.7 प्रतिशत तक बढ़कर 2.68 लाख करोड़ रुपये की ऊंचाई पर पहुंच गया है, लेकिन आय में वृद्धि काफी हद तक असंतुलित बनी हुई है, क्योंकि ज्यादातर वृद्धि कुछ ही कंपनियों द्वारा दर्ज की गई है।
इसके अलावा, तिमाही आंकड़ों से राजस्व वृद्धि में लगातार सुस्ती का भी पता चलता है। नमूने में शामिल सभी कंपनियों की संयुक्त शुद्ध बिक्री वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में सालाना आधार पर महज 7.3 प्रतिशत तक बढ़ी, जो पिछली 10 तिमाहियों में सबसे कम है। मुनाफा वृद्धि के विपरीत, कई क्षेत्रों (बैंकिंग एवं वित्त और वाहन को छोड़कर) ने जून 2023 तिमाही में राजस्व वृद्धि में सुस्ती दर्ज की।
बिजनेस स्टैंडर्ड के नमूने में शामिल सूचीबद्ध कंपनियों ने वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में अपने संयुक्त शुद्ध लाभ में 1.05 लाख करोड़ रुपये का इजाफा किया, जो 9 तिमाहियों में सर्वाधिक है, लेकिन इसमें से दो-तिहाई वृद्धि में सिर्फ पांच कंपनियों का योगदान रहा, जिनमें से तीन सरकार के स्वामित्व वाली तेल विपणन कंपनियां (ओएमसी) थीं। ओएमसी की आय काफी ज्यादा उतार-चढ़ाव भरी और बाहरी कारकों पर आधारित होती है, जैसे परिवहन ईंधन पर अप्रत्यक्ष कर और अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों में बदलाव। विश्लेषकों का कहना है कि इस वजह से कॉरपोरेट आय की आगामी राह को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने कहा, ‘चूंकि यदि हम कुछ खास क्षेत्रों को अलग कर दें तो मुनाफे को लेकर तस्वीर काफी बदली है जिससे संकेत मिलता है कि आय में वृद्धि ज्यादा व्यापक नहीं दिख रही है।’
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल रिफाइनर भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (BPCL) ने वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही की कुल कॉरपोरेट आय में 16 प्रतिशत की सालाना वृद्धि के साथ सर्वाधिक योगदान दिया। तेल कंपनी का मुनाफा जून तिमाही में 10,824 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले उसे 6,148 करोड़ रुपये के नुकसान का सामना करना पड़ा था। इसी तरह हिंदुस्तान पेट्रोलियम एक साल पहले के 8,557 करोड़ रुपये के शुद्ध नुकसान से निकलकर जून तिमाही में 6,766 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज करने में सफल रही। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने 14,437 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में उसे 279.4 करोड़ रुपये के शुद्ध नुकसान से जूझना पड़ा था।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) का कॉरपोरेट आय में योगदान के मामले में चौथे पायदान पर रहा और उसका शुद्ध लाभ जून तिमाही में सालाना आधार पर 153 प्रतिशत बढ़कर 18,537 करोड़ रुपये हो गया। टाटा मोटर्स एक साल पहले के 5,007 करोड़ रुपये के शुद्ध नुकसान से निकल कर जून तिमाही में 3,652 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज करने में सफल रही।
इन पांच के अलावा, आय में वृद्धि के लिहाज से बड़ा योगदान देने वाली कंपनियों में इंटरग्लोब एविएशन, अदाणी पावर (Adani Power), आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank), एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank), बैंक ऑफ बड़ौदा और भारती एयरटेल शामिल हैं।
बैंक, बीएफएसआई (BFSI) और सार्वजनिक क्षेत्र की OMC को छोड़कर, नमूने में शामिल शेष कंपनियों का संयुक्त शुद्ध लाभ जून तिमाही में सालाना आधार पर 20.4 प्रतिशत तक बढ़ा, जो वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में दर्ज की गई सालाना 11.1 प्रतिशत वृद्धि के मुकाबले बड़े सुधार का संकेत है, लेकिन वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही की सालाना आधार पर 23.6 प्रतिशत की वृद्धि के मुकाबले कम है।