इटली की वाहन कंपनी की भारतीय इकाई पियाजियो व्हीकल्स इंडिया ने कहा है कि कंपनी जियो-बीपी के साथ मिलकर एमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों से उनके बेड़े के एक हिस्से को इलेक्ट्रिक वाहनों में तब्दील करने के लिए बातचीत कर रही है। इसके अलावा उन्हें बिजनेस टु बिजनेस (बी2बी) मॉडल के तहत बैटरी स्वैपिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर भी उपलब्ध कराया जाएगा।
यह भारत सहित एशिया और यूरोप में दोपहिया एवं तिपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की तेजी से बढ़ रही संख्या के मद्देनजर व्यापक सेवाएं तैयार करने के लिए बीपी पीएलसी और पियोजियो ग्रुप के बीच हाल में घोषित वैश्विक करार का हिस्सा है। भारत में यह करार जियो-बीपी के साथ होगा जो रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) और बीपी के बीच ईंधन एवं मोबिलिटी कारोबार के लिए एक संयुक्त उद्यम है। इसके जरिये देश भर में बैटरी स्वैपिंग स्टेशन स्थापित करने की योजना है। शुरुआती चरण में कंपनी की नजर दिल्ली, मुंबई, पुणे और बेंगलूरु पर होगी जबकि बाद में धीरे-धीरे करीब 20 शहरों तक उसका विस्तार किया जाएगा। वाहनों के बेड़े को इलेक्ट्रिक वाहनों से बदलने के लिए इसी तरह की बातचीत महाराष्ट्र के कुछ नागरिक निकायों और दिल्ली विकास प्राधिकरण के साथ भी चल रही है।
पियाजियो व्हीकल्स के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक डिएगो ग्राफी ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘हम जिस मॉडल का उपयोग करने जा रहे हैं वह मुख्य तौर पर बी2बी मॉडल होगा। जियो-बीपी और पियाजियो मुख्य तौर पर ई-कॉमर्स कंपनियों से संपर्क करेगी ताकि उनके बेड़े में शामिल वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों से बदला जा सके। इस हम अपनी शुरुआत करेंगे। वाहनों की सर्विसिंग में मदद के लिए डीलरों का नेटवर्क होगा।’
अगस्त में रिलायंस बीपी मोबिलिटी (आरबीएमएल) ने स्विगी के बेड़े में शामिल वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में तब्दील करने के लिए उसके साथ करार किया था। यह करार फूड डिलिवरी के लिए इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के उपयोग के लिए किया गया था। आरबीएमएल के पास देश भर में कुल 1,431 रिटेल आउटलेट हैं और इस बुनियादी ढांचे का उपयोग बैटरी स्वैपिंग के लिए भी किया जा सकता है। इसके जरिये ई-कॉमर्स कंपनियां और नागरिक निकाय अपने पेट्रोल-डीजल से चलने वाली कारों को पियाजियो इलेक्ट्रिक तिपहिया में बदल सकेंगे और स्वैपिंग स्टेशनों का भी उपयोग कर सकेंगे।
इस साल के आरंभ में आरआईएल ने जामनगर में अपने 75,000 करोड़ रुपये के धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स में बैटरी बनाने और हाइड्रोजन ईंधन सेल बनाने के लिए एक मेगा प्लान की घोषणा की थी। इसी प्रकार, बीपी में भी 2030 तक 70,000 से अधिक सार्वजनिक चार्ज पॉइंट स्थापित करने की वैश्विक योजना तैयार की है।