उपभोक्ता-केन्द्रित कंपनी बनने और अपने परिचालन मुनाफे को बढ़ाने की चाह में फिलिप्स भारत में नए उत्पादों को विकसित करने में लगी हुई है।
नए उत्पादों को बाजार में उतारने के साथ ही कंपनी लाइफस्टाइलस कंपनी में भी तब्दील हो जाएगी। हरीश बिजूर कंसलटेंट के रणनीति विशेषज्ञा और मुख्य कार्यकारी हरीश बिजूर का कहना है, ‘फिलिप्स ने यह महसूस किया है कि बेशक तकनीक अहम है, लेकिन भरतीय बाजार के लिए अब यह सही रणनीति नहीं है। उपभोक्ताओं को समाधान चाहिए और इसलिए कंपनी उन्हें भावुक कर उत्पाद बेचने लगी है।’
डच उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक की प्रमुख कंपनी रॉयल फिलिप्स इलेक्ट्रॉनिक्स भारत मे 75 वर्षों से जाना पहचाना नाम है। लेकिन लंबे समय के लिए उपभोक्ता ब्रांड के साथ टयूबलाइटों और ट्रांजिस्टरों से जुड़े रहे, न कि उसकी जबरदस्त तकनीक के लिए। दुनियाभर में कंपनी आमतौर पर तकनीक में सबसे आगे रहने वाली कंपनी के तौर पर जानी गई, जिसने कैसेट रिकॉर्डर और कॉम्पैक्ट डिस्क (सीडी) का ईजाद किया।
फिलिप्स अब खुद को बाजार की बड़ी और उपभोक्ता-केन्द्रित कंपनी बनाने की राह पर दस्तक दे चुकी है। कंपनी का मकसद स्वास्थ्य, लाइटिंग और उपभोक्ता लाइफस्टाइल के क्षेत्र पर रहेगा, जिसमें से कंपनी स्वास्थ्य और सेहत के क्षेत्र पर अधिक ध्यान देगी। फिलिप्स इंडिया के मुख्य मार्केटिंग अधिकारी विवेक शर्मा का कहना है, ‘हमारे वैश्विक ब्रांड ‘सेंस ऐंड सिम्प्लीसिटी’ के साथ हमारी योजना न सिर्फ उपभोक्ताओं की जिंदगी का हिस्सा बनना है, बल्कि उनके मन और ईमानदारी का हिस्सा बनना चाहते हैं।’