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Paytm Q3 results: कंपनी का रेवेन्यू 38 प्रतिशत बढ़ा, पेमेंट बिजनेस से मिली मजबूती

Paytm ने बताया कि उसका शुद्ध घाटा कम होकर 221.7 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की अवधि में घाटा 392.1 करोड़ रुपये था।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- January 19, 2024 | 7:03 PM IST

Paytm Q3 results: फिनटेक कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस, जो पेटीएम ब्रांड के तहत काम करती है, ने शुक्रवार को अपनी तीसरी तिमाही के नतीजों का ऐलान किया। कंपनी ने बताया कि अक्टूबर-दिसंबर तिमाही घाटा कम होकर 221.7 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की अवधि में घाटा 392.1 करोड़ रुपये था।

वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में ऑपरेशन से रेवेन्यू सालाना आधार पर 38 प्रतिशत बढ़कर 2,850.5 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी को इसके पेमेंट बिजनेस और फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में मजबूत ऋण वृद्धि से मदद मिली।

पेटीएम के बोर्ड ने वैश्विक वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने के लिए गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (गिफ्ट सिटी) में 100 करोड़ रुपये के निवेश को भी मंजूरी दे दी।

कंपनी ने फाइलिंग में कहा, “रियल टाइम पेमेंट में अपनी सफलता का लाभ उठाते हुए, पेटीएम का लक्ष्य कुशल, एआई-संचालित सॉल्यूशन के साथ देश के बाहर ट्रांसफर को सुव्यवस्थित करना है। इसके अतिरिक्त, पेटीएम इन सॉल्यूशन के लिए एक मजबूत इकोसिस्टम बनाने के लिए गिफ्ट सिटी में एक विकास केंद्र स्थापित करने में निवेश करेगा।”

Q3 रिपोर्ट कार्ड पर, कंपनी ने कहा कि दिसंबर 2023 तक पेटीएम के भुगतान उपकरणों की सदस्यता लेने वाले व्यापारियों की संख्या 1.06 करोड़ तक पहुंच गई, जो कि सालाना आधार पर 49 लाख की वृद्धि है।

पेमेंट बिजनेस में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, रेवेन्यू सालाना आधार पर 45 प्रतिशत बढ़कर 1,730 करोड़ रुपये हो गया और शुद्ध भुगतान मार्जिन सालाना आधार पर 63 प्रतिशत बढ़कर 748 करोड़ रुपये हो गया। मर्चेंट पेमेंट वॉल्यूम (GMV) सालाना आधार पर 47 फीसदी बढ़कर 5.10 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया।

फाइलिंग में कंपनी ने बताया, “पर्सनल लोन, मर्चेंट लोन और बीमा ब्रोकिंग बिजनेस से राजस्व में वृद्धि के कारण वित्तीय सेवाओं और अन्य क्षेत्रों से राजस्व सालाना आधार पर 36 प्रतिशत बढ़कर 607 करोड़ रुपये हो गया।”

दिसंबर तिमाही में पेटीएम ने 56 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 15,535 करोड़ रुपये के लोन बांटे। कंपनी ने कहा, “पेटीएम प्लेटफॉर्म के माध्यम से लोन लेने वाले यूनिक यूजर्स की कुल संख्या पिछले साल 44 लाख से बढ़कर 1.25 करोड़ तक पहुंच गई।”

First Published : January 19, 2024 | 5:17 PM IST