Paytm के मुख्य कार्याधिकारी विजय शेखर शर्मा ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के साथ बातचीत की है। इस मामले से अवगत दो सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि Paytm यह स्पष्ट करना चाहती है कि क्य वह अपने वॉलेट व्यवसाय और इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम फास्टैग को स्थानांतरित कर सकती है या नहीं। कुछ दिन पहले ही आरबीआई ने फिनटेक दिग्गज के पेमेंट बैंक पर प्रतिबंध लगाया है।
बैंकिंग नियामक ने पिछले बुधवार को Paytm पेमेंट्स बैंक को अपने खातों और डिजिटल वॉलेट में 1 मार्च से नई जमाएं स्वीकार करने से प्रतिबंधित कर दिया। निगरानी संबंधित खामियों और नियमों के गैर-अनुपालन का हवाला देते हुए आरबीआई ने यह प्रतिबंध लगाया है।
एक अधिकारी ने कहा, ‘मौजूदा समय में, सबसे बड़ी चिंता यह है कि क्या Paytm पेमेंट्स बैंक अपना वॉलेट और फास्टैग स्थानांतरित कर सकता है या नहीं। कंपनी को इस संबंध में अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है। यदि इस पर स्थिति स्पष्ट होती है तो कंपनी हालात जल्द सामान्य बनाने में सक्षम होगी।’
कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, Paytm पेमेंट्स से 30 करोड़ से ज्यादा वॉलेट और 3 करोड़ बैंक खाते जुड़े हुए हैं। कंपनी ने कहा है कि उसने अब तक 80 लाख फास्टैग जारी किए हैं। नैशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के आंकड़े से पता चलता है कि प्लेटफॉर्म पर दिसंबर 2023 में मात्रा के संदर्भ में 5.791 करोड़ फास्टैग ट्रांजेक्शन दर्ज हुए।
Paytm की पैतृक वन97 कम्युनिकेशंस का शेयर तीन दिन की गिरावट के बाद मंगलवार को तेजी के साथ बंद हुआ। यह शेयर अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले 3.3 प्रतिशत की बढ़त के साथ 452.8 रुपये पर बंद हुआ। एनएसई पर Paytm के 2,775 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों का कारोबार हुआ।
पिछले तीन कारोबारी सत्रों में डिजिटल पेमेंट दिग्गज का शेयर 42.4 प्रतिशत टूट गया था और उसके बाजार पूंजीकरण को 20,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ। वन97 कम्युनिकेशंस ने उन खबरों का खंडन किया कि जियो फाइनैंशियल सर्विसेज Paytm पेमेंट बैंक के वॉलेट व्यवसाय को खरीदने के लिए बातचीत कर रही है। सोमवार को एक्सचेंज को दी जानकारी में जियो फाइनैंशियल सर्विसेज ने भी इस तरह की खबरों का खंडन कर दिया।