केंद्र सरकार ने तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) से कहा है कि वे मार्च 2021 तक तरलीकृत पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) के भुगतान का करीब 100 प्रतिशत डिजिटलीकरण करें। डिजिटल इंडिया की ओर कदम बढ़ाने का असर 8.03 करोड़ प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के ग्राहकों पर पड़ सकता है, जिनमें से ज्यादातर डिजिटल लेन देन के बारे में नहीं जानते हैं। कई सूत्रों ने यह बताया कि तीन कंपनियों इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोररेशन (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (एचपीसीएल) ने पहले ही यह लक्ष्य हासिल करने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, ‘100 प्रतिशत का लक्ष्य अव्यावहारिक है, ऐसे में कंपनियों का लक्ष्य 60 से 70 प्रतिशत भुगतान डिजिटल करने की योजना है।’ एक तेल विपणन कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘सरकार ने जून से हमसे चरणबद्ध तरीके से ऐसा करने को कहा है। इस समय रसोई गैस का डिजिटल भुगतान करीब 18 से 21 प्रतिशत है। हमने वितरको से कहा है कि इसे तत्काल बढ़ाकर 25 प्रतिशत किया जाए और उसके बाद चरणबद्ध तरीके से मार्च 2021 तक इसे 100 प्रतिशत किया जाए।’ तीन तेल विपणन कंपनियों के कुल 27.87 करोड़ रसोई गैस ग्राहक हैं, जिनको 24,670 रसोई गैस वितरकों के माध्यम से सेवाएं दी जाती हैं।
एचपीसीएल ने वितरकों से कहा है, ‘रसोई गैस रिफिल डिलिवरी के लिए नकदीरहित/डिजिटल भुगतान का नया लक्ष्य रखा गया है। वित्त वर्ष 2020-21 के लिए डिजिटल लेनदेन का पुनरीक्षित लक्ष्य 100 प्रतिशत है। इस महीने का लक्ष्य 25 प्रतिशत है।’ पेट्रोलियम प्लानिंग ऐंड एनॉलिसिस सेल के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल महीने में एचपीसीएल के कुल 77 लाख रसोईगैस उपभोक्ता हैं, जबकि इंडियन ऑयल के1.31 करोड़ और बीपीसीएल के 71 लाख उपभोक्ता थे।
बिजनेस स्टैंडर्ड की ओर से मांगी गई जानकारी के जवाब में एचपीसीएल ने कहा, ‘नकदीरहित भुगतान सुरक्षित, सुविधाजनक और पारदर्शी है। मौजूदा महामारी के समय में इससे नकदी इकट्ठा करने और उसे ले जाने की समस्या खत्म होती है, जो विभिन्न हाथों में होकर गुजरती है।’ इस मसले पर पेट्रोलियम मंत्रालय और दो अन्य तेल विपणन कंपनियों ने सवालों का जवाब नहीं दिया।
यह पूछे जाने पर कि वितरक किस तरह से नए दिशानिर्देश का पालन कर रहे हैं, फेडरेशन आफ एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स आफ इंडिया के महासचिव पवन सोनी ने कहा, ‘नकदी से नकदीरहित और डिजिटल भुगतान का तरीका अपनाने में व्यवहार में बदलाव की जरूरत है, जो ग्राहक लंबे समय से अपना रहे हैं।’ एचपीसीएल के लिए अधिकतम ऑनलाइन लेनदेन करने वाले झारखंड के वितरक पप्पू एचपी गैस ग्रामीण वितरक पप्पू कुमार ने कहा, ‘हमारी एजेंसी 91 प्रतिशत लक्ष्य तक पहुंच गई है।’