सीमेंट उत्पादक नुवोको विस्टास कॉर्प लिमिटेड ने सोमवार को कहा कि वह दिवाला समाधान प्रक्रिया से गुजर रही वडराज सीमेंट लिमिटेड के लिए सफल आवेदक के तौर पर उभरी है। नुवोको ने बयान में कहा कि वडराज सीमेंट के लिए रखी गई उसकी कर्ज समाधान योजना को ऋणदाताओं की समिति (सीओसी) ने अनुमोदित कर दिया है और इस संबंध में एक आशय पत्र (एलओआई) भी जारी कर दिया गया है।
हालांकि, कंपनी ने सौदे की रकम का खुलासा नहीं किया है और कहा कि उसके पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी वान्या कॉरपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड इस लेनदेन को पूरा करेगी। कंपनी अपने एकीकृत ऋण स्तर में उल्लेखनीय वृद्धि किए बगैर इस लेनदेन के लिए रकम जुटाना चाहती है। नुवोको विस्टास ने कहा, ‘परिसंपत्तियों के नवीनीकरण और वडराज सीमेंट लिमिटेड (वीसीएल) के संयंत्रों में परिचालन सुधार को आगे बढ़ाने के लिए 15 महीनों में चरणबद्ध निवेश किया जाएगा।’
इसके साथ ही कंपनी ने कहा कि वित्त वर्ष 2026-27 की तीसरी तिमाही के आसपास उत्पादन शुरू होने का अनुमान है, जो समाधान योजना पर राष्ट्रीय कंपनी विधि अधिकरण (एनसीएलटी) की मंजूरी के अधीन है।
इस लेनदेन के साथ नुवोको की कुल सीमेंट उत्पादन क्षमता बढ़कर लगभग 3.1 करोड़ टन प्रति वर्ष तक हो जाएगी। इससे घरेलू सीमेंट उद्योग में नुवोको की स्थिति को मजबूती मिलेगी। नुवोको विस्टास कॉर्प के प्रबंध निदेशक जयकुमार कृष्णस्वामी ने कहा, ‘यह सौदा भारतीय सीमेंट उद्योग में पांचवीं सबसे बड़ी कंपनी के तौर पर हमारी स्थिति को मजबूत करता है और हमारे बाजार प्रभुत्व को बढ़ाता है।’ पिछले साल फरवरी में एनसीएलटी ने वडराज सीमेंट लिमिटेड की दिवाला कार्यवाही को मंजूरी दी थी। पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) ने 87.45 करोड़ रुपये से अधिक की चूक पर कंपनी के खिलाफ दिवाला याचिका दायर की।