कंपनियों की तरफ से नौकरी से निकालने का सिलसिला फिर से शुरू हो गया है। अभी तक IT फर्में ज्यादा संख्या में कर्मचारियों की छंटनी कर रही थीं और अब फाइनैंस कंपनी ने भी कर्मचारियों पर तलवार लटकानी शुरू कर दी है।
2007 में फ्लिपकॉर्ट के को-फाउंडर रहे सचिन बंसल की गैर बैंकिंग फाइनैंस कंपनी (NBFC) स्टार्टअप कंपनी नवी टेक्नोलॉजीज (Navi Technologies) ने भी कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी है। कंपनी की तरफ से यह छंटनी सभी डिपार्टमेंट में की जा रही है।
इकनॉमिक टाइम्स (ET) की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी की तरफ से की जा रही छंटनी से कम से कम 100-150 लोगों पर भारी असर देखने को मिल सकता है। कंपनी की तरफ से करीब 200 लोगों के हटाए जाने की आशंका है।
एक सूत्र के हवाले से कहा गया कि नौकरियों में कटौती से Navi के प्रोडक्ट्स और एनॉलिटिक्स फंक्शन्स प्रभावित हो सकते हैं।
एक दूसरे सूत्र ने कहा कि टेक्निकल टीम में छंटनी हुई है क्योंकि कंपनी का फोकस रेवेन्यू इकट्ठा करने की तरफ ज्यादा हो गया है। सूत्र ने यह भी कहा कि Navi की सहायक कंपनी (subsidiary) चैतन्य (Chaitanya) के माइक्रोफाइनेंस डिवीजन में भी कुछ छंटनी हो सकती है।
छंटनी से पहले ही इस्तीफा
छंटनी के अलावा, पिछले कुछ महीनों में कंपनी के भीतर कई व्यक्तियों ने इस्तीफा दिया है, जिनमें मिडिल से सीनियर लेवल के कर्मचारी और लीडर्स शामिल हैं।
एक कर्मचारी ने यह भी बताया कि पिछले कुछ महीनों में प्रोडक्ट और टेक्नोलॉजी फंक्शन के कई लीडर्स और कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया था। सूत्र ने कहा कि छंटनी उस सप्ताह ही शुरू हो गई थी, लेकिन स्थिति की पूरी जानकारी नहीं थी।
IPO में भी हुई देरी
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Sebi) से मंजूरी मिलने के बावजूद, Navi ने अपने 3,350 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) में देरी की और इसके बाद यह अब छंटनी कर रही है।
Navi Technologies को सितंबर 2022 में IPO लाने के लिए सेबी से मंजूरी मिल गई थी। हालांकि, कंपनी ने वैश्विक बाजारों में प्रतिकूल परिस्थितियों के बीच अपना IPO स्थगित कर दिया।
जानें कौन हैं सचिन बंसल?
बंसल फ्लिपकॉर्ट कंपनी के को-फाउंडर हैं, जिसकी स्थापना 2007 में की गई थी। बंसल की नवी टेक्नोलॉजीज में लगभग 97 फीसदी हिस्सेदारी है। Flipkart से बाहर निकलने के बाद, बंसल ने दिसंबर 2018 में फिनटेक फर्म की स्थापना की।