facebookmetapixel
Stocks To Watch Today: Swiggy, HAL, Patanjali Foods समेत इन 10 दिग्गज कंपनियों से तय होगा आज ट्रेडिंग का मूडजियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने सरकार से पूरे 6G स्पेक्ट्रम की नीलामी की मांग कीतेजी से बढ़ रहा दुर्लभ खनिज का उत्पादन, भारत ने पिछले साल करीब 40 टन नियोडिमियम का उत्पादन कियाअमेरिकी बाजार के मुकाबले भारतीय शेयर बाजार का प्रीमियम लगभग खत्म, FPI बिकवाली और AI बूम बने कारणशीतकालीन सत्र छोटा होने पर विपक्ष हमलावर, कांग्रेस ने कहा: सरकार के पास कोई ठोस एजेंडा नहीं बचाBihar Assembly Elections 2025: आपराधिक मामलों में चुनावी तस्वीर पिछली बार जैसीरीडेवलपमेंट से मुंबई की भीड़ समेटने की कोशिश, अगले 5 साल में बनेंगे 44,000 नए मकान, ₹1.3 लाख करोड़ का होगा बाजारRSS को व्यक्तियों के निकाय के रूप में मिली मान्यता, पंजीकरण पर कांग्रेस के सवाल बेबुनियाद: भागवतधर्मांतरण और यूसीसी पर उत्तराखंड ने दिखाई राह, अन्य राज्यों को भी अपनाना चाहिए यह मॉडल: PM मोदीधार्मिक नगरी में ‘डेस्टिनेशन वेडिंग’, सहालग बुकिंग जोरों पर; इवेंट मैनेजमेंट और कैटरर्स की चांदी

चिकित्सा उपकरण फर्म में नाइक परिवार का निवेश

नाइक का परिवार कार्यालय और अन्य निवेशक कंपनी में 300 करोड़ रुपये का निवेश कर रहे हैं।

Last Updated- March 14, 2024 | 11:30 PM IST
Naik

देश की सबसे बड़ी निर्माण और इंजीनियरिंग कंपनी लार्सन ऐंड टुब्रो (L&T) को बड़े समूह में बदलने के बाद एएम नाइक, जो अब चेयरमैन एमेरिटस हैं, मैसूरु की चिकित्सा उपकरण फर्म एस3वी वैस्कुलर टेक्नोलॉजिज में निवेश करके उद्यम पूंजीपति बन गए हैं।

नाइक का परिवार कार्यालय और अन्य निवेशक कंपनी में 300 करोड़ रुपये का निवेश कर रहे हैं। कंपनी का लक्ष्य अगले कुछ वर्षों में यूनिकॉर्न बनना तथा वर्तमान में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के दबदबे वाले भारतीय न्यूरोवास्कुलर उद्योग में पैठ बनाना है। नाइक के अलावा दिग्गज निवेशक मधुसूदन केला ने भी कंपनी में निवेश किया है। कंपनी के मूल्यांकन और या नए निवेशकों की हिस्सेदारी का खुलासा नहीं किया गया है।

नाइक का कहना है कि चिकित्सा उपकरण प्रौद्योगिकी उन्नत चिकित्सा और सटीक इंजीनियरिंग के शीर्ष स्तर पर है तथा यह ब्रेन स्ट्रोक वाले रोगियों के लिए वरदान है और जीवन या मृत्यु में अंतर ला सकती है।

नाइक ने ईमेल पर दिए गए बयान में बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘मेरा निवेश इसलिए है क्योंकि इस प्रौद्योगिकी को न केवल भारतीयों के लिए बल्कि दुनिया भर के स्ट्रोक के हर रोगी की किफायती स्वास्थ्य देखभाल तकनीक तक पहुंच के लिए बढ़ावा दिया जाना चाहिए। मेरा यह भी मानना है कि भारतीय इंजीनियरिंग विश्व का सर्वश्रेष्ठ उत्पादन करने में सक्षम है।’

आज एक बातचीत में एस3वी वैस्कुलर टेक्नोलॉजिज के प्रवर्तक, निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी बदरी नारायण ने कहा कि स्ट्रोक के इलाज के लिए कंपनी के उत्पादों की कीमत केवल 75,000 रुपये होगी जबकि बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा पांच लाख रुपये का शुल्क लिया जाता है।

First Published - March 14, 2024 | 11:30 PM IST

संबंधित पोस्ट