देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने अब अपनी छोटी कारों को भारत में ही संवारने का विचार किया है।
इसके लिए कंपनी छोटी कारों का अपना डिजायनिंग केंद्र जापान से हटाकर भारत में ही लाने की योजना बना रही है।कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस योजना की तसदीक की। हालांकि उन्होंने यह बताने से इनकार कर दिया कि इस योजना को अमली जामा कब तक पहना दिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘यह योजना हमारे जेहन में तो है और इस पर बातचीत भी चल रही है। लेकिन अभी कुछ भी तय नहीं किया गया है।
यह तो मानना ही पड़ेगा कि भारत तेजी से बढ़ता कार बाजार है। वहां भी कारों की डिजायनिंग और स्टायल की वही जरूरतें हैं, जैसी जरूरत यूरोपीय देशों में होती हैं।’मारुति के इंजीनियरिंग विभाग के प्रबंध कार्यकारी आई वी राव ने भी बताया, ‘हम ऐसी कार के बारे में सोच रहे हैं, जो पूरी तरह से भारत में ही बनी हो। हम चाहते हैं कि ऐसी कार मारुति के कारखाने से ही निकले।
अगले 3 या 4 साल में हम दुनिया भर के बाजार के लिए ऐसी कार निकाल देंगे। इसके लिए बुनियादी ढांचे की तैयारी चल रही है।’ कंपनी इसके लिए अनुसंधान एवं विकास की गतिविधियों में छह से सात हजार करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही है। वह अपने इंजीनियरों की संख्या भी मौजूदा 480 से बढ़ाकर 2010 तक 1,000 कर देगी। उसके ज्यादातर इंजीनियर इस समय जापान में प्रशिक्षण हासिल कर रहे हैं।