चीन की कंपनी लेनोवो ने भारत में एआई से संचालित सर्वर के लिए अपनी विनिर्माण इकाई शुरू करने का ऐलान किया है। साथ ही उसने बेंगलूरु में शोध और विकास (आरऐंडडी) लैब भी स्थापित करने की घोषणा की है। पीसी विनिर्माता का यह संयंत्र पुद्दुच्चेरी में होगा जो प्रति वर्ष 50,000 एंटरप्राइज एआई सर्वर और 2,400 हाई-एंड जीपीयू का निर्माण करेगा।
पुद्दुच्चेरी संयंत्र कंपनी का मौजूदा केंद्र है और यह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों मांग की पूर्ति करेगा। आज बेंगलूरु में आयोजित कार्यक्रम में कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि 60 प्रतिशत से अधिक उत्पादन एशिया-प्रशांत क्षेत्र में निर्यात के लिए निर्धारित है। यह संयंत्र तीन रैक-माउंटेड एंटरप्राइज एआई सर्वर और दो प्रमुख 8-वे जीपीयू सर्वर समेत पांच प्रमुख पेशकशों का विनिर्माण करेगा।
लेनोवो के एशिया प्रशांत क्षेत्र के अध्यक्ष अमर बाबू ने कहा, ‘यह घटनाक्रम लेनोवो और भारत सरकार के ‘सभी के लिए एआई’ दृष्टिकोण को हासिल करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। हम अपनी वैश्विक विनिर्माण मौजूदगी का विस्तार करके और प्रौद्योगिकी अनुसंधान और विकास के लिए भारतीय कौशल और उद्योग के तंत्र की ताकत का इस्तेमाल करते हुए नवाचार केंद्र के रूप में भारत के विकास को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’
लेनोवो ने एआई की अगुआई में आरऐंडडी लैब शुरू करने का भी ऐलान किया। यह लैब भविष्य के सभी सर्वर डिजाइन, विकास और तकनीकी कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित करेगी और आरऐंडडी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता मजबूत करेगी। ये कदम अगले तीन वर्षों में एक अरब डॉलर के उस निवेश का हिस्सा हैं जिसकी घोषणा कंपनी ने साल 2023 में की थी।
लेनोवो आईएसजी इंडिया के प्रबंध निदेशक अमित लूथरा ने कहा, ‘हम न केवल लेनोवो बल्कि वैश्विक नवाचार केंद्र के रूप में भारत के लिए भी इसके विकास संभावनाओं को लेकर उत्साहित हैं।’