आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने ‘द ट्रंप फैक्टर’ को इस साल वैश्विक अर्थव्यवस्था और व्यापार पर व्यापक प्रभाव डालने वाला बताया है। बिड़ला ने 2024-25 को लेकर अपना विचार व्यक्ति किया है और अमेरिका के महत्त्व पर जोर दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि आदित्य बिड़ला समूह के लिए भारत के बाहर का सबसे महत्त्वपूर्ण बाजार अमेरिका ही रहा है।
अमेरिका में आदित्य बिड़ला समूह का निवेश 15 अरब डॉलर के पार हो गया है, जिसमें वर्तमान में चार अरब डॉलर की नई परियोजना का विस्तार भी जुड़ा है। वॉरेन बफेट के कथन कभी अमेरिका के खिलाफ दांव नहीं लगाए जाने से सहमत होते हुए बिड़ला ने भारत-अमेरिका के संबंधों पर भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि भारत-अमेरिकी संबंधों की जो ताकत है, उससे आने वाले वर्षों में रिश्ते और प्रगाढ़ होंगे।
बिड़ला ने कहा कि विनिर्माण के लिए नए सिरे से वैश्विक कदम एक स्वागतयोग्य बदलाव है। यह वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में अधिक मजबूती और विविधीकरण की दिशा में एक कदम का संकेत है। बिड़ला ने कहा, ‘भारत को अक्सर औद्योगिक क्षमताओं के लिए कम सराहा गया है। लेकिन हमारा देश इस क्षण का लाभ उठाने के लिए तैयार है। ऐपल का भारत में आना इस बदलाव का प्रतीक है; जल्द ही, दुनिया के एक-चौथाई आईफोन भारत में बनाए जा सकते हैं।’ उन्होंने कहा कि अल्ट्राटेक आज अमेरिका के कुल सीमेंट उत्पादन का 1.5 गुना से अधिक उत्पादन करती है और यूरोप की कुल क्षमता का 80 प्रतिशत से अधिक की क्षमता कंपनी के पास है।