Jet Airways Insolvency case: राष्ट्रीय कंपनी कानून अपील पंचाट (NCLT) ने जेट एयरवेज के लिए सफल बोली लगाने वाले जालान कालरॉक कंसोर्टियम (JKC) को विमानन कंपनी के ऋणदाताओं को 350 करोड़ रुपये का भुगतान करने के लिए आज सितंबर के अंत तक का समय दिया। पंचाट ने JKC द्वारा 150 करोड़ की प्रदर्शन बैंक गारंटी का भुगतान के लिए समायोजन करने की भी अनुमति प्रदान की है।
कंसोर्टियम ने अदालत के समक्ष कहा है कि अब वह 31 अगस्त तक 100 करोड़ रुपये का भुगतान करेगा तथा 30 सितंबर तक अन्य 100 करोड़ रुपये का भुगतान करेगा और 150 करोड़ रुपये की राशि प्रदर्शन बैंक गारंटी द्वारा समायोजित की जाएगी।
मामला 4 अक्टूबर को फिर से आने की संभावना है। भुगतान की तारीख पहले 31 अगस्त निर्धारित की गई थी, लेकिन जेकेसी ने मोहलत मांगी थी। अपील पंचाट ने पहले जेकेसी को भुगतान का संशोधित कार्यक्रम बताते हुए आवेदन दायर करने का निर्देश दिया था।
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पिछली सुनवाई में JKC की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता रविशंकर प्रसाद ने अदालत को बताया था कि कंसोर्टियम 31 अगस्त तक 100 करोड़ रुपये तथा सितंबर के अंत तक 100 करोड़ रुपये और जमा करेगा। प्रसाद ने कहा कि चूंकि उसने पहले ही 150 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी देने का वादा किया है, इसलिए ऋणदाताओं द्वारा इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
अलबत्ता ऋणदाताओं ने तर्क दिया था कि 150 करोड़ रुपये की प्रदर्शन बैंक गारंटी जरूरत के वक्त का सहारा है और इस स्तर पर इसे लागू नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वे बकाया भुगतान की समय सीमा 30 सितंबर तक बढ़ाने पर विचार कर सकते हैं, लेकिन उन्हें बैंक गारंटी भुनाने पर आपत्ति है।
ऋणदाताओं ने यह सवाल भी किया कि जब JKC 350 करोड़ रुपये का भुगतान करने के लिए संघर्ष कर रहा है, तो वह उन्हें 7,000 करोड़ रुपये का बकाया कैसे चुका सकता है।
JKC ने पंचाट को विमानन कंपनी का परिचालन बहाल करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया था।