ख्याति थरवानी एक सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल हैं, जो गिटार के लिए एक टयूटर की तलाश में थीं। इंटरनेट वेब साइट यूटयूब में उन्हें इसका भी हल मिल गया।
वीडियो शेयरिंग से जुड़ी यह लोकप्रिय वेबसाइट कई सवालों का जवाब लगती है। वेब साइट के सर्च इंजन में सिर्फ ‘गिटार कैसे बजाएं’ या ‘पियानो कैसे बजाएं’ टाइप करते ही हजारों वीडियो स्क्रीन पर अपलोड होते नजर आते हैं। ये वीडियो एकदम मुफ्त हैं और आपको ये वाद्य यंत्र बजाना सिखा सकते हैं।
मिसाल के तौर पर यूटयूब में लगभग 49,000 वीडियो हैं जो आपको गिटार बजाना सिखा सकते हैं। और इस फेहरिस्त के सबसे पहले वीडियो को लगभग 3,80,412 हिट्स मिल चुके हैं। यहां ड्रम्स सिखाने से जुड़े 29,700 वीडियो हैं, जिनमें से सबसे पहले वीडियो को 6,95,133 बार देखा जा चुका है।
मुंबई में विज्ञापन उद्योग से जुड़े ऋषि वर्मा का कहना है, ‘मैंने लगभग आज से 6 महीने पहले इस साइट से सीखा था। गूगल का मैं शुक्रगुजार हूं, जिसकी मदद से मैं इस बारे में जान सका। मैंने इसके सर्च इंजन का इस्तेमाल किया और एकदम से यूटयूब के वीडियो मेरी स्क्रीन पर दिखाई देने लगे। ये काफी मददगार हैं।’
न सिर्फ ड्रम्स या गिटार बल्कि आप इस पर पियानो, तबला, हारमोनियम और सितार जैसे वाद्य यंत्र भी बजाना सीख सकते हैं। इस साइट पर जो वीडियो उपलब्ध हैं, उनमें आप यंत्र को नोट्स की मदद से सीख सकते हैं, जबकि बीट के हिसाब से आपको ड्रम पर हाथ चलाना सिखाया जाता है।
इनमें से ज्यादातर टयूटोरियल वीडियोज में आपको पाश्चात्य यंत्र ही सिखाए जाते हैं, लेकिन यहां कुछ भारतीय यंत्रों से जुड़े टयूटोरियल भी हैं, जो आपको हिंदुस्तानी क्लासिकल संगीत – यंत्र और गान से भी जुड़ने का मौका देते हैं। इस तरह के वीडियो दिलचस्पी पैदा करने में मदद करते हैं और छात्र अपनी सुविधा के अनुसार इस तरह की टयूशन ले सकते हैं।
लेकिन विशेषज्ञ इस प्रयास को लेकर काफी सोच-विचार नहीं करते। तबला उस्ताद पंडित सुरेश तलवालकर का कहना है, ‘इस तरह के वीडियो से छात्रों की बहुत ज्यादा मदद नहीं हो सकती, क्योंकि छात्र और शिक्षक के बीच आमने-सामने जो बातचीत होती है, उसके लिए यहां कोई विकल्प मौजूद नहीं है।
एक गुरु अपने शिष्य को ऐसे सिखा सकता है, जैसा कोई वेबसाइट कभी नहीं सिखा सकती। इसके अलावा, नींव बहुत अहम है, इसे आप साइट के जरिये न सीख सकते हैं और न ही तैयार कर सकते हैं। इस तरह की वेबसाइट छात्रों को शिक्षित प्रोफेशनलों से बराबरी करने की आदत डाल देती हैं, जो किसी भी प्रोफेशनल के लिए अच्छी नहीं है।’
जाने-माने कंपोजर और क्लासिकल वाद्यक अभिजीत पोहंकर इलेक्ट्रॉनिक सिंथेसाइजर में संतूर शैली बजाते हैं। अभिजीत के विचार कुछ अलग हैं। उनका कहना है, ‘यूटयूब काफी मददगार है, खासतौर पर संगीत प्रेमियों के लिए, क्योंकि यह आपको दुनियाभर के संगीत तक पहुंचने में मदद करती है।
ऐसे वीडियो जो वाद्य यंत्र सिखने में मदद करते हैं, वे बेशक मंझे हुए कलाकारों के लिए बढ़िया नहीं है, लेकिन नवोदित कलाकारों के लिए काफी अच्छे हैं। छात्र इस तरह के वीडियो से निश्चित रूप से मार्गदर्शन ले सकते हैं।’