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5जी से व्यवहार्य कारोबारी मॉडल मिलेगा : ट्राई सचिव

Last Updated- December 14, 2022 | 8:21 PM IST

दूरसंचार नियामक ट्राई के सचिव ने आज कहा कि पांचवीं पीढ़ी की प्रौद्योगिकी व्यवहार्य और किफायती कारोबारी मॉडल की पेशकश करती है और भारत के लिए यह खासतौर से उपयोगी है। साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि 5जी सेवाओं को बहुत जल्द भारतीय बाजार में पेश किया जाएगा।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के सचिव एस के गुप्ता ने स्पेक्ट्रम मूल्य निर्धारण के मुद्दे पर कहा कि नियामक ने यह सुनिश्चित करने के लिए हर कोशिश की है कि रेडियोवेव की कीमत वाजिब और बाजार के अनुकूल रहे। गौरतलब है कि भारतीय कंपनियों ने स्पेक्ट्रम को महंगा बताया है। गुप्ता ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) 2020 में कहा कि ट्राई ने पहले ही 3,300-3,600 मेगाहट्र्ज बैंड में स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए अपनी सिफारिश की है, जो दूरसंचार विभाग के तहत विचाराधीन है और उम्मीद है कि नीलामी जल्द ही आयोजित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि 5जी सेवाओं को लागू करने के लिए मिलीमीटर वेव बैंड में स्पेक्ट्रम की पहचान करना महत्त्वपूर्ण है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस संबंध में ट्राई को डॉट से जल्द ही टिप्पणी मिलने की उम्मीद है। गुप्ता ने कहा, ‘मुझे लगता है कि 5जी से आमूलचूल बदलाव होगा, जो भारत के लिए खासतौर से उपयोगी है और व्यवहार्य तथा किफायती कारोबारी मॉडल मुहैया कराता है। मैं बहुत आशावादी हूं और उम्मीद है कि 5जी को बहुत जल्द भारतीय बाजार में पेश किया जाएगा।’ उन्होंने कहा कि ई और वी बैंड में स्पेक्ट्रम के आवंटन से सस्ती कीमतों पर तेजी के साथ 5जी सेवाओं को लागू करने में मदद मिलेगी।

First Published - December 10, 2020 | 11:50 PM IST

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