facebookmetapixel
अनुसूची ‘M’ का पालन न करने वाली दवा कंपनियों पर नियामकीय कार्रवाई तय, CDSCO ने राज्यों को दिए निर्देशभारत के ईवी बाजार में त्योहारी जंग, टेस्ला और विनफास्ट में कड़ा मुकाबलाHAL बनाएगा नया R&D मैन्युअल, एरोस्पेस तकनीक में आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदमअपोलो हॉस्पिटल्स ने तय किया FY27 की चौथी तिमाही तक पुनर्गठन पूरा करने का लक्ष्यस्वास्थ्य सेवा के हर पहलू में हलचल मचाएगी तकनीक: देवी प्रसाद शेट्टीउभरते बाजारों से पिछड़ रहा भारत, विदेशी निवेशकों की नजरों में भारत की चमक फीकीत्योहारी सीजन से पहले पेंट उद्योग में बढ़ी हलचल, एशियन पेंट्स के शेयरों में उछाल, बर्जर-नेरोलैक से फिर बढ़ी उम्मीदेंJaiprakash Associates को खरीदने की दौड़ में Adani ग्रुप सबसे आगे, Vedant को पछाड़ा!अगले पांच साल में डिफेंस कंपनियां R&D पर करेंगी ₹32,766 करोड़ का निवेश, रक्षा उत्पादन में आएगी तेजीEPFO Enrolment Scheme 2025: कामगारों के लिए इसका क्या फायदा होगा? आसान भाषा में समझें

5जी से व्यवहार्य कारोबारी मॉडल मिलेगा : ट्राई सचिव

Last Updated- December 14, 2022 | 8:21 PM IST

दूरसंचार नियामक ट्राई के सचिव ने आज कहा कि पांचवीं पीढ़ी की प्रौद्योगिकी व्यवहार्य और किफायती कारोबारी मॉडल की पेशकश करती है और भारत के लिए यह खासतौर से उपयोगी है। साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि 5जी सेवाओं को बहुत जल्द भारतीय बाजार में पेश किया जाएगा।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के सचिव एस के गुप्ता ने स्पेक्ट्रम मूल्य निर्धारण के मुद्दे पर कहा कि नियामक ने यह सुनिश्चित करने के लिए हर कोशिश की है कि रेडियोवेव की कीमत वाजिब और बाजार के अनुकूल रहे। गौरतलब है कि भारतीय कंपनियों ने स्पेक्ट्रम को महंगा बताया है। गुप्ता ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) 2020 में कहा कि ट्राई ने पहले ही 3,300-3,600 मेगाहट्र्ज बैंड में स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए अपनी सिफारिश की है, जो दूरसंचार विभाग के तहत विचाराधीन है और उम्मीद है कि नीलामी जल्द ही आयोजित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि 5जी सेवाओं को लागू करने के लिए मिलीमीटर वेव बैंड में स्पेक्ट्रम की पहचान करना महत्त्वपूर्ण है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस संबंध में ट्राई को डॉट से जल्द ही टिप्पणी मिलने की उम्मीद है। गुप्ता ने कहा, ‘मुझे लगता है कि 5जी से आमूलचूल बदलाव होगा, जो भारत के लिए खासतौर से उपयोगी है और व्यवहार्य तथा किफायती कारोबारी मॉडल मुहैया कराता है। मैं बहुत आशावादी हूं और उम्मीद है कि 5जी को बहुत जल्द भारतीय बाजार में पेश किया जाएगा।’ उन्होंने कहा कि ई और वी बैंड में स्पेक्ट्रम के आवंटन से सस्ती कीमतों पर तेजी के साथ 5जी सेवाओं को लागू करने में मदद मिलेगी।

First Published - December 10, 2020 | 11:50 PM IST

संबंधित पोस्ट