TCS Q1 Results 2025: लिस्टेड कंपनियों का वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के लिए रिजल्ट्स (Q1FY25 Results) आने का सिलसिला तो शुरू ही हो चुका है, मगर आज का दिन आपके लिए काफी खास रहने वाला है। क्योंकि, आज यानी 11 जुलाई 2024 को टाटा ग्रुप (Tata Group) की IT कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के रिजल्ट आने की तारीख (TCS Result Date) है। TCS का रिजल्ट न केवल शेयर बाजार की दिशा तय करने वाला हो सकता है बल्कि यह भी अनुमान लगाया जा सकेगा कि आने भारत की दूसरी IT कंपनियों की फाइनेंशियल परफॉर्मेंस Q1FY25 में कैसे रहने वाली है।
आज TCS का रिजल्ट जारी होने के बाद ही तीसरी सबसे बड़ी IT कंपनी HCL Tech का रिजल्ट भी कल यानी 12 जुलाई 2024 को पेश हो जाएगा। TCS के रिजल्ट्स आने से पहले (कल) शेयर बाजार में काफी हलचल देखने को मिली थी। Nifty IT के शेयर 387.90 अंक फिसल गए जो 1.03 फीसदी की गिरावट थी। इसमें भी सबसे ज्यादा (1.77 %) गिरावट TCS के शेयरों में देखने को मिली थी।
भले ही शेयर बाजार में हलचल दिख रही हो मगर एनालिस्ट TCS के रिजल्ट्ल को लेकर काफी उत्साहित हैं। निवेशकों के लिए भी आज का दिन खास है। ऐसे में आइये जानते हैं टॉप 5 पॉइंट्स, जो रिजल्ट में अहम भूमिका निभाने वाले हैं-
TCS Q1 Earning report पर मार्केट एनालिस्ट का मानना है कि TCS इस वित्त वर्ष में बेहतर मुनाफा दर्ज कर सकती है मगर मार्जिन में ज्यादा बढ़ोतरी देखने को नहीं मिलेगी। कई रिसर्च रिपोर्टों का मानना है कि टेलीकॉम कंपनी BSNL के साथ हुई TCS की 15,000 करोड़ रुपये की डील इसके रेवेन्यू ग्रोथ में अहम भूमिका निभाएगी।
TCS के अप्रैल-जून तिमाही के नतीजों में नेट मुनाफा (TCS’s net profit) 11,771-12,140 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जो पिछले साल की समान तिमाही ( Q1FY24) के 11,074 करोड़ रुपये के मुकाबले 6-9 फीसदी ज्यादा होगा। हालांकि, तिमाही दर तिमाही (QoQ) इसमें 3-5 फीसदी की कमी हो सकती है।
ब्रोकरेज अनुमानों के अनुसार, TCS का रेवेन्यू के पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 4-5 फीसदी बढ़कर 62,086-62,491 करोड़ रुपये के बीच रह सकता है। तिमाही आधार पर (QoQ) बात करें तो ब्रोकरेज फर्म नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज (Nuvama Institutional Equities) का मानना है कि TCS की कॉन्सटैंट करेंसी रेवेन्यू ग्रोथ पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 14 फीसदी बढ़ सकती है। लेकिन मार्जिन की बात की जाए तो इसमें तिमाही आधार पर 1.4 फीसदी (140 बेसिस पॉइंट) की गिरावट आ सकती है।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज का अनुमान है कि कंपनी का रेवेन्यू 1.6 फीसदी QoQ और 4.8 फीसदी सालाना आधार पर (YoY) बढ़ेगा। वहीं, नेट मुनाफे में तिमाही आधार पर 2.9 फीसदी की गिरावट आ सकती है मगर सालाना आधार पर 9.2 फीसदी की बढ़त देखने को मिलेगी।
इसी साल मई महीने में TCS के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा था कि TCS नई टेक्नोलॉजी में निवेश कर रही है और कंपनी को उम्मीद है कि वह दो साल की मंदी की आशंका के बाद अब वित्त वर्ष 2024-25 (वित्त वर्ष 2025) में वह बेहतर प्रदर्शन करेगी।
वित्त वर्ष 2023-24 की मार्च तिमाही (Q4FY24) में देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी TCS ने ऑपरेशन के मोर्चे पर अनुमान से बेहतर प्रदर्शन किया था जबकि कंपनी का राजस्व बाजार के अनुमान से थोड़ा सा कम रहा था। तिमाही आधार पर रेवेन्यू में 1.1 फीसदी की वृद्धि ज्यादातर अनुमानों से कम रही थी।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज (KIE) के अनुसार, TCS की रेवेन्यू ग्रोथ पहले की तिमाहियों में मिले मजबूत ऑर्डरों के बढ़ने से होगी। BSNL डील से 15,000 करोड़ रुपये आएगा, जिससे मार्च 2024 तिमाही के मुकाबले मामूली वृद्धि हो सकती है। हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि वित्तीय सेवाओं और टेलीकॉम क्षेत्रों में राजस्व कमजोर रह सकता है।
ज्यादातर ब्रोकरेज का अनुमान है कि वेतन में बढ़ोतरी और यूटिलाइजेशन रेट में कमी के कारण TCS के ब्याज से पहले टैक्स मार्जिन (EBIT) में QoQ 140 से 186 बेसिस पॉइंट की गिरावट हो सकती है।
BSE फाइलिंग के अनुसार, 31 मार्च 2024 को TCS के पास कर्मचारियों की संख्या 6,01,546 थी। कंपनी ने बाजार को नौकरी छोड़ने वालों की संख्या में 12.5 फीसदी की कमी और कैंपस हायरिंग के प्रति उत्साही प्रतिक्रिया की सूचना दी। शेयर बाजार नतीजे आने के बाद नौकरी छोड़ने और नई नियुक्तियों के रुझान पर नजर रखेगा।
गौरतलब है कि FY2024 की शुरुआत में कर्मचारियों की संख्या में कमी होना शुरू हुई थी और यह मार्च तिमाही (Q4FY24) में भी जारी रही और इस दौरान सालाना आधार पर (YoY) 2.2 फीसदी की कमी देखने को मिली थी। वित्त वर्ष 24 की शुरुआत में कंपनी के करीब 6.14 लाख कर्मचारी थे जो वित्त वर्ष के आखिर तक घटकर करीब 6 लाख रह गए थे।
कंपनी ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर भी विशेष फोकस कर रही है। Q4FY24 के रिजल्ट्स आने के बाद कंपनी ने बताया था कि उसके पास अब तक 3,00,000 ऐसे कर्मचारी हो गए हैं जो बुनियादी AI स्किल में प्रशिक्षित हैं और उसकी योजना प्रत्येक कर्मचारी को ट्रेन करने की है।
इसी साल जून महीने में TCS के अधिकारी हैरिक विन ने कहा था कि GenAI अभी भी एक विकसित हो रही टेक्नोलॉजी है और इसलिए यह प्लेटफॉर्म कंपनियों को उनकी AI यात्रा में मददगार है। उन्होंने कहा था कि 2024 और उसके बाद इस पर ध्यान दिया जाएगा कि GenAI किस तरह से व्यावसायिक मूल्य और दायरा बढ़ा सकता है।
Q4FY24 के नतीजे जारी करने के साथ, TCS ने कहा था कि पिछले साल उसके पास 90 करोड़ डॉलर की कीमत के GenAI प्रोजेक्ट्स थे। TCS की 29वीं सालाना आम बैठक में चेयरमैन चंद्रशेखरन ने कहा था, ‘हम 100 से अधिक GenAI प्रोजेक्ट्स शुरू करने की तैयारी में जुटे हैं। GenAI का ग्राहकों के अनुभव, उत्पादकता और क्षमता पर साफ असर देखा जा रहा है।’
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज (Kotak Institutional Equities) के अनुसार, FY25 में कंपनी 1,100-1,200 करोड़ रुपये की डील कर सकती है। ब्रोकरेज ने एक प्रीव्यू नोट में कहा कि ध्यान इस बात पर होगा कि TCS कैसे जरूरी खर्चों में अपनी ताकत का लाभ उठाकर FY2025 में रेवेन्यू ग्रोथ में बेहतर प्रदर्शन कर सकती है। TCS ने कई बड़ी डील्स भी जीती हैं, जो FY2025 में 2.5 फीसदी की बढ़ोतरी में योगदान दे सकती हैं।