द वॉल्ट डिज्नी कंपनी के अध्यक्ष (एशिया प्रशांत क्षेत्र) उदय शंकर ने मंगलवार को विज्ञापन राजस्व पर मीडिया उद्योग की अत्यधिक निर्भरता की बात कही थी। लेकिन विज्ञापन पर निर्भरता तत्काल खत्म होती नहीं दिख रही है।
मीडिया उद्योग के विशेषज्ञों और एजेंसी प्रमुखों का कहना है कि जून में टेलीविजन एवं डिजिटल विज्ञापन में सुधार दिखा है। उन्होंने कहा कि एफएमसीजी, वाहन एवं ई-कॉमर्स क्षेत्र के बड़े विज्ञापनदाताओं का परिचालन कोविड पूर्व स्तर तक पहुंचने के कारण विज्ञापन में सुधार हुआ है।
देंत्यु एजिस नेटवर्क के चेयरमैन (भारत) और मुख्य कार्याधिकारी (एशिया प्रशांत क्षेत्र) आशिष भसीन ने कहा, ‘दीवाली के आसपास विज्ञापन में सामान्य स्थिति दिख सकती है।’ उन्होंने कहा, ‘यह आकलन एफएमसीजी एवं वाहन जैसी श्रेणियों में ग्रामीण बाजार में सुधार पर आधारित है। वास्तव में इन क्षेत्रों में ग्रामीण बाजार में सुधार पहले ही शुरू हो चुका है। मुझे लगता है कि धीरे-धीरे इसमें और सुधार होगा।’ टैम एडएक्स से प्राप्त आंकड़ों से पता चलता है कि टेलीविजन पर प्रति दिन विज्ञापन वॉल्यूम में अप्रैल 2020 के मुकाबले जून में 74 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। अप्रैल में लॉकडाउन के कारण विज्ञापन खर्च में भारी गिरावट दर्ज की गई थी।
दूसरी ओर, ब्रॉडकास्ट ऑडिएंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) का कहना है कि हिंदुस्तान यूनिलीवर, प्रॉक्टर ऐंड गैम्बल और आईटीसी सहित शीर्ष 10 विज्ञापनदाताओं के विज्ञापनों में 26 जून 2020 को समाप्त सप्ताह के दौरान इससे पिछले सप्ताह के मुकाबले 13 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
विशेषज्ञों का कहना है कि सुधार होने की दर के संदर्भ में अप्रैल-मई के मुकाबले जून में टेलीविजन विज्ञापन में करीब 40 फीसदी सुधार हुआ। जबकि यह आंकड़ा जुलाई में 50 फीसदी और अगस्त में 60 फीसदी रहने की उम्मीद है। जबकि डिजिटल विज्ञापन में अप्रैल-मई के मुकाबले जून में 60 फीसदी तक सुधार हुआ है। जबकि यह आंकड़ा जुलाई में 70 फीसदी और अगस्त में 80 फीसदी रहने की उम्मीद है।