डिजिटल और क्लाउड प्रमुख संचालक बने रहने के साथ देश की सार्वजनिक प्रौद्योगिकी कंपनियों के राजस्व में तिमाही आधार पर 4.5 प्रतिशत और सालाना आधार पर 17.8 प्रतिशत का इजाफा हुआ है, लेकिन कंपनियां दोहरे अंकों में वृद्धि की उम्मीद कर रही हैं। उद्योग के संगठन नैशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर ऐंड सर्विसेज कंपनीज (नैसकॉम) ने त्रैमासिक उद्योग समीक्षा में ऐसा पाया है।
इस रिपोर्ट में 30 सितंबर, 2021 को समाप्त हुई वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही को शामिल किया गया है।
कंपनियों के डिजिटल राजस्व में क्रमिक रूप से 10.2 प्रतिशत का इजाफा हुआ है, इस तिमाही के दौरान डिजिटल हिस्सेदारी (चुनिंदा कंपनियों की) बढ़कर कुल राजस्व के 56.6 प्रतिशत स्तर तक पहुंच चुकी है।
सभी प्रमुख बाजारों में राजस्व में वृद्धि क्रमिक आधार के साथ-साथ सालाना आधार पर भी जारी रही है। इस तिमाही में भारत की ओर से मिलने वाले राजस्व में तिमाही आधार पर 8.1 प्रतिशत की तेजी आई है।
इस तिमाही के दौरान अधिकांश कंपनियों द्वारा नए ग्राहकों को जोडऩे से शुद्ध ग्राहक वृद्धि में सकारात्मक रुख बना रहा है। राजस्व में अधिक वृद्धि द्वारा समर्थित क्रमिक आधार पर प्रति ग्राहक राजस्व में इजाफा जारी रहा है। हालांकि काम छोड़कर जाने वाले कर्मियों की संख्या बढऩे से कौशल उपलब्धता ऐसी प्रमुख चुनौती बनी हुई है, जिसके लिए कंपनियों को प्राथमिकता के आधार पर ध्यान देना पड़ रहा है।
कर्मचारियों द्वारा नौकरी छोडऩे की संख्या में वृद्धि जारी रही है, जो इस तिमाही के दौरान बढ़कर 19.3 प्रतिशत तक पहुंच गई है, जबकि पिछली तिमाही के दौरान यह 17.5 प्रतिशत के स्तर पर थी। उद्योगों में नए जमाने के डिजिटल कौशल की बढ़ती मांग की वजह से यह वृद्धि जारी है।
