उद्यमी अमित त्रिपाठी ने एक नया पोर्टल लॉन्च किया है जिसका नाम इंडियावोटिंग डॉट कॉम है।
त्रिपाठी के राजनीतिक खेल में मनमोहन सिंह और एल के आडवाणी प्रमुख चेहरे हैं। लोगों के लिए सांप और सीढ़ी का खेल शुरू से ही काफी पसंदीदा रहा है। त्रिपाठी ने ‘सांप और सीढ़ी’ के खेल में थोड़ा राजनीतिक मसाला मिलाकर मजेदार बना दिया है।
उनके राजनीतिक खेल में सत्ता में बैठी पार्टियां सीढ़ी के रूप में दर्शाई गई हैं और विपक्षियों को सांप के रूप में पेश किया गया है। 32 वर्षीय त्रिपाठी के नए उद्यम ‘इनसाइट डिजिटल’ का यह एक प्रमुख पोर्टल है। त्रिपाठी ने इस पोर्टल को सह-संस्थापक अजय शर्मा के साथ मिलकर अक्टूबर 2008 में शुरू किया था।
जागरूकता पैदा करने वाला यह डिजिटल पोर्टल अपने साथ सार्वजनिक हितों वाले बहुत क्षेत्रों को जोड़े हुए है। बात चाहे राजनीति की हो या फिर कैरियर और फाइनैंस की, इसमें सभी क्षेत्रों को सहेजा गया है।
भले ही शुरुआत में ऐसा प्रतीत हो कि यह एक बहुत ही साधारण सा पोर्टल है लेकिन यह उम्मीद जताई जा रही है कि इसमें जल्दी ही कैरियर, वित्तीय सेवाओं, बीमा और बैंकिंग निवेश आदि को भी जोड़ा जाएगा। इस लिहाजा से इस पॉलिटिकल गेम में समग्र रूप से चीजों को समाहित किया जाएगा।
त्रिपाठी ने बताया, ‘फिलहाल हम फंड की तलाश में जुटे हुए हैं। हम इनसाइट डिजिटल में करीब 15-20 करोड़ रुपये निवेश करने की जुगत में हैं। वर्तमान में मैं और अजय 5 करोड़ रुपये लगा चुके हैं।’
त्रिपाठी को डिजिटल बिजनेस में काम करते हुए एक दशक से भी ज्यादा का वक्त गुजर चुका है। लिहाजा वे साइबरस्पेस और तकनीक के बारे में अच्छी तरह जानते हैं। दस साल पहले उन्होंने आईडी8लैब्स डॉट कॉम को शुरू किया था। लेकिन फिलहाल त्रिपाठी का पूरा ध्यान इंडियावोटिंग डॉट कॉम पर है। इस बारे में त्रिपाठी बताते हैं कि इस बिजनेस को लेकर उनका दूरगामी दृष्टिकोण है।
त्रिपाठी ने बताया, ‘इस पोर्टल की कमाई राजनीतिक विज्ञापनों से नहीं हो रही है। यह दीगर बात है कि अन्य वेबसाइटों के लिए राजनीतिक विज्ञापन कमाई का एक महत्त्वपूर्ण माध्यम साबित हो रहा है। लेकिन हम नहीं चाहते हैं कि किसी भी पार्टी की राजनीतिक मुख्यपत्र के रूप में इस पोर्टल को ब्रांडेड किया जाए। हमारी कमाई पैकेज कंटेट से होती है और हम विभिन्न कारोबारों के लिए एक मंच के रूप में काम कर रहे हैं।’
अपरिहार्य रूप में ही सही लेकिन इनसाइट डिजिटल इस एडूटेनमेंट पोर्टल के लिए एक मंच के रूप में काम कर रहा है। इस पोर्टल का मुख्य लक्ष्य अगली पीढ़ी को लक्षित करना है और विभिन्न मंचों के लिए काम करना है।
त्रिपाठी ने बताया, ’13-30 वर्ष के उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिए हम सामाजिक दृष्टिकोणों को अपनाना चाहते हैं। इंटरनेट पर राष्ट्र से जुड़े प्रश्न लोगों द्वारा बहुत पूछे जाते हैं। जागो रे टाइप के अभियानों ने काफी नाम कमाया है। लेकिन उन पोर्टलों में भी बहुत सारी खामियां जिसे हम अपने पोर्टल से पाटने की कोशिश कर रहे हैं।’
अगले 12-18 महीनों में इन दोनों की योजना वित्तीय साक्षरता, कैरियर प्लानिंग, हेल्थकेयर, पॉलिटिक्स और नागरिक वकालत से जुड़े करीब 100 अन्य खेलों को शुरू करना है। त्रिपाठी ने बताया, ‘हम एक समय पर एक काम करना चाहते हैं। इसलिए हम लोगों ने मौजूदा माहौल को देखते हुए पहले पायदान के रूप में मतदान और राजनीति के बारे में जागरूकता फैलाने का फैसला किया है।’
