स्टार इंडिया ने 181 करोड़ रुपये का भुगतान करते हुए प्रतिष्ठित प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) के मीडिया अधिकारों (टीवी, गेमिंग, डिजिटल और समेकित अधिकार) को अगले 5 साल के लिए अपने पास बरकरार रखा है। इसके लिए जारी निविदा में न्यूनतम आधार मूल्य 181 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया था और स्टार को एकमात्र बोलीदाता होने का फायदा मिला।
हालांकि पीकेएल के कुछ फ्रैंचाइजी को बोली प्रक्रिया में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की तरह काफी प्रतिस्पर्धा दिखने की उम्मीद थी। उनका कहना है कि मीडिया अधिकारों के लिए उचित मूल्य नहीं मिल पाया है। हालांकि एक तथ्य यह भी है कि पिछले सीजन के पीकेएल के मीडिया अधिकारों के लिए स्टार ने 91 करोड़ रुपये का भुगतान किया था और इस बार उसने लगभग दोगुना भुगतान किया है।
फ्रैंचाइजी ने नीलामी प्रक्रिया से कोर कमेटी को बाहर रखने के लिए आयोजकों की भी खिंचाई की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि आयोजकों ने केवल प्रसारकों के पक्ष में नियम बनाए। इसलिए स्टार्टअप, ओटीटी प्लेटफॉर्मों और गेमिंग प्लेटफॉर्मों के लिए नीलामी में भाग लेना मुश्किल हो गया।
सूत्रों का कहना है कि बोली के लिए आधार मूल्य को स्टार की मूल्य पेशकश को देखते हुए निर्धारित किया गया जिसे फ्रैंचाइजी ने अस्वीकार कर दिया था। उसके बाद नीलामी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया। पीकेएल के एक फ्रैंचाइजी रोनी स्क्रूवाला ने बार-बार हितों के टकराव का मुद्दा उठाया था क्योंकि स्टार इंडिया की माशल स्पोट्र्स में 76 फीसदी हिस्सेदारी है जो उद्योगपति आनंद महिंद्रा जैसे साझेदारों के साथ मिलकर इस लीग का आयोजन करती है। सूत्रों का कहना है कि सोनी, ड्रीम11, रिलायंस, कार्टामीडिया और आईटीडब्ल्यू ग्लोबल ने निविदा में दिलचस्पी दिखाई थी। इन कंपनियों ने स्पष्टीकरण भी प्रस्तुत किए और यहां तक कि ई-नीलामी में भी भाग लिया लेकिन केवल स्टार ने ही बोली जमा कराई।